2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों की शुरुआत करते नजर आ रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा ऐलान कर दिया है। उनका कहना है कि देश में गैर-भाजपाई सरकार बनने पर सभी पिछड़े राज्यों को विशेष दर्जा दिया जाएगा। बिहार में नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस से लेकर अलग होकर नीतीश कुमार ने महागठबंधन के साथ जाने का फैसला किया था। इसके बाद से ही वह लगातार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं।
बिहार में भाजपा को सत्तारूढ़ गठबंधन से बाहर करने के बाद ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि सीएम कुमार प्रधानमंत्री पद के लिए दावेदारी पेश कर सकते हैं। हालांकि, वह खुद इस बात का खंडन कर चुके हैं। हाल ही में जब तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव बिहार पहुंचे थे, तो पीएम पद की दावेदारी को लेकर पूछे गए सवाल पर कुमार बात घुमाते नजर आए थे।
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प्रशांत किशोर से मुलाकात ने भी बढ़ाई चर्चाएं
मंगलवार रात को हुई चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर और सीएम कुमार की मुलाकात के बाद चर्चाएं तेज हो गई हैं। खबर है कि सोमवार को सीएण ने पूर्व राजनयिक पवन वर्मा से मुलाकात की थी। कहा जा रहा है कि उन्होंने किशोर और कुमार की मुलाकात में बड़ी भूमिका निभाई थी। इस चर्चा को लेकर कुमार ने कहा था, ‘उन्हीं से मालूम कीजिए। कोई खास बात नहीं हुई।’
साल 2020 में वर्मा और किशोर को जनता दल (यूनाइटेड) से बाहर कर दिया गया था। बाद में वर्मा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी वाली तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता ली थी। हालांकि, वह कुछ समय बाद ही टीएमसी से अलग हो गए थे। खास बात है कि किशोर और कुमार की यह बैठक ऐसे समय पर हुई है, जब दोनों एक-दूसरे पर जुबानी हमले कर रहे थे।
इन नेताओं से मिले नीतीश कुमार
बीते हफ्ते दिल्ली में सीएम कुमार ने सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, सीपीआई नेता डी राजा से उन कार्यालयों में जाकर मुलाकात की थी। बाद में वह आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिले। इस दौरान दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहे। उन्होंने हरियाणा के पूर्व सीएम और INLD नेता ओम प्रकाश चौटाला से गुरुग्राम में चर्चा की।