चोरी की गायों को लेकर एक टेंपो से भागने के दौरान पीछा करने पर दिल्ली पुलिस की चार पीसीआर वैनों पर हमला करने वाले एक आरोपी को घटना के एक साल से अधिक समय बाद गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी मेवाती गैंग का सदस्य है।
पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि आरोपी जावेद मेवात के अंतरराज्यीय लुटेरों के गिरोह का सदस्य है। उन्होंने बताया कि एमबी रोड पर टी-प्वाइंट मंदिर मार्ग के पास जावेद के पहुंचने की सूचना मिली और पुलिस के साथ मुठभेड़ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस के मुताबिक, पिछले साल जून में ख्याला इलाके से चोरी की गायों को ले जा रहे जावेद और उसके सात साथियों का पुलिस ने पीछा किया था। पीछा करने के दौरान उन्होंने पीसीआर वैन पर पथराव कर दिया और कांच की बोतलें फेंकीं, जिससे पुलिस के चार वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। जब पुलिस ने उनका पीछा करना जारी रखा, तो उन्होंने पुलिस को रोकने के लिए दो गायों को टेंपो से फेंक दिया और अपने टेंपो को अंधेरे में छोड़कर भाग गए। इस मामले में एक अदालत ने जावेद को भगोड़ा घोषित किया था।
डीसीपी (स्पेशल सेल) जसमीत सिंह ने कहा कि दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में जावेद और उसके सहयोगियों की अवैध गतिविधियों की सूचना मिली थी, इसलिए गिरोह के सदस्यों की गतिविधियों पर निगरानी रखी गई और दो महीने बाद दिल्ली में जावेद के ठिकानों की पहचान की गई।
डीसीपी ने कहा कि सोमवार को पुलिस की मौजूदगी का पता चलने पर जावेद ने भागने की कोशिश की। उसने अपनी पिस्तौल से पुलिस पर गोली भी चलाई। हालांकि, हमारी टीम ने आरोपी पर काबू पा लिया।
दिल्ली-एनसीआर और हाईवे पर करते हैं लूट
पुलिस ने कहा कि मौके से एक सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल, एक कारतूस और एक खाली खोखा बरामद किया है। डीसीपी ने कहा कि यह गिरोह बंदूक का डर दिखाते हुए कारों और मिनी ट्रक को लूटने में शामिल था। वे इन वाहनों का इस्तेमाल दिल्ली-एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में राजमार्गों पर लूटपाट के लिए करते हैं।
उन्होंने कहा कि गिरोह के लोग दिल्ली से गायों को चुराकर ट्रक से मेवात इलाके में ले जाते हैं। पुलिस ने कहा कि जावेद पूर्व में दिल्ली और हरियाणा में हत्या के प्रयास, डकैती, चोरी, अपहरण, पुलिस पर हमला, चोट, साजिश और धमकी सहित 15 आपराधिक मामलों में शामिल रहा था।