राजस्थान के डूंगरपुर जिले के बिछीवाड़ा थाने में जब्त अवैध शराब को गुजरात के तस्करों को बेचने के मामले में एएसपी, एसएचओ व मालखाना इंचार्ज कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया। हैरान करने वाली बात यह है कि बिछीवाड़ा थाने में साल 2012 से 2020 के बीच पकड़ी गई 9 हजार कार्टन से अधिक अवैध शराब पुलिस रिकॉर्ड में नष्ट कर दी गई थी। बाद में इसी शराब को गुजरात पुलिस की स्टेट मॉनिटरिंग सेल ने तस्करों से महिसागर जिले के कोटम्बा थाने में पकड़ा था।
इस मामले का खुलासा होने के बाद संयुक्त शासन सचिव पुलिस ने शुक्रवार शाम को एएसपी अनिल मीणा को सस्पेंड कर दिया है। एएसपी अनिल मीणा शराब निस्तारण कमेटी में थे और उनकी देखरेख में ही 9 हजार से ज्यादा शराब की पेटियों का निस्तारण बता दिया था। निलंबन अवधि में वह जयपुर में ही रहेंगे। इससे पहले आईजी रेंज उदयपुर प्रफुल्ल कुमार ने बिछीवाड़ा थानाधिकारी रणजीत सिंह को भी निलंबित कर दिया था। मामले का खुलासा होने पर डूंगरपुर एसपी एसपी राशि डोगरा डूडी ने बिछीवाडा थानाधिकारी रणजीत सिंह को लाइन हाजिर किया, फिर सस्पेंड कर दिया। इसके बाद एसपी ने थाने के मालखाना इंचार्ज हेड कॉन्स्टेबल रत्नाराम को भी निलंबित कर दिया था। यह भी बताया गया है कि थाने में जब्त शराब का निस्तारण कोर्ट के आदेशों के तहत किया गया था।
उदयपुर के रास्ते होती है शराब की तस्करी
आपको बता दें कि गुजरात में शराब पर प्रतिबंध होने के कारण उदयपुर, डूंगरपुर के रास्ते सालों से शराब तस्करी से हो रही है। इससे पहले भी शराब तस्करों से सांठगांठ के मामले में पुलिसकर्मियों व अधिकारियों को पकड़ा जा चुका है। हरियाणा से लेकर गुजरात तक शराब माफिया का बड़ा नेटवर्क काम करता है। माफियाओं के बीच दुश्मनी के चलते तस्कर एक दूसरे की शिकायत कर शराब को पकड़वाने का काम करते हैं।
यह है पूरा मामला
बिछीवाड़ा थाना पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर 25 अगस्त से 31 अगस्त के बीच अवैध शराब का निस्तारण किया था। इस कार्रवाई में 2012 से 2020 के बीच 9 हजार कार्टन से अधिक शराब को नष्ट करने का रिकॉर्ड थाने में मौजूद है। इसी बीच 2 सितंबर को गुजरात पुलिस की स्टेट मॉनिटरिंग सेल ने महिसागर जिले के कोटम्बा थाना क्षेत्र में अवैध शराब से भरी एक कार जब्त की। जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि यह शराब डूंगरपुर के बिछीवाड़ा थाने से लाई गई है। डूंगरपुर एसपी राशि डोगरा को यह जानकारी मिली थी कि गुजरात में जब्त की गई शराब बिछीवाड़ा थाने में निस्तारित की गई शराब का हिस्सा हो सकती है। इसके बाद एसपी ने एक टीम गठित कर मामले की जांच शुरू कार्रवाई थी।