गाजीपुर में बुधवार की दोपहर बड़ा हादसा हो गया। 25 लोगों को लेकर आ रही नाव गंगा की बाढ़ में पलट गई। हादसे के बाद कई लोगों ने तैरकर जान बचाई तो कुछ लोगों को आसपास के नाविकों और मल्लाहों ने बचाया। इनमें चार को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया। जहां दो लोगों की मौत हो गई। पांच बच्चे लापता बताए जा रहे हैं। घटना रेवतीपुर थाना क्षेत्र के अठहवा में हुई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख जताते हुए जिला प्रशासन को राहत और बचाव कार्य तत्परता से करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी, डीआईजी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को तत्काल मौके पर जाने का निर्देश दिया है। आज ही सीएम योगी ने गाजीपुर की बाढ़ का हवाई सर्वेक्षण करने के साथ ही पीड़ितों में राहत सामग्री का वितरण किया था।
हादसे के बारे में बताया जा रहा है कि बाजार से खरीदारी कर ग्रामीण गांव लौट रहे थे। इसी दौरान हादसा हो गया। गांव में पानी भरने के बाद ग्रामीण खरीदारी के लिए नाव से ही आ जा रहे थे। मजदूर और किसानों का सहारा भी इन दिनों नाव ही बनी हुई है। बताया जाता है कि बाजार से लौट रहे करीब 25 लोग एक छोटी नाव पर सवार थे।
अचानक नाव में पानी भरने के बाद हादसा हो गया। अफरातफरी के बीच कुछ लोग तो खुद तैरकर किनारे आ गए। कुछ लोगों को आसपास के नाविकों और मल्लाहों ने तत्परता दिखाते हुए बचाया। इनमें चार लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया। वहां दो लोगों की मौत हो गई। मरने वालों की पहचान अठहठा निवासी शिवशंकर गोड (45) और नगीना पासवान (72) के रूप में हुई है।
पांच बच्चे लापता हैं। पांचों की तलाश में गोताखोरों को लगाया गया है। लापता बच्चों में अनिल पासवान की लड़की (10 वर्ष), छटहा पहलवान का दस वर्ष का बेटा, डब्लूगोड का 12 वर्ष का बेटा, दयाशंकर यादव का 12 वर्ष का बेटा और कमलेश यादव की बेटी शामिल है।
नदी किनारे लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी पहुंचे हैं और बच्चों की तलाश की जा रही है। शाम सात बजे तक पांचों बच्चों का कुछ पता नहीं चल सका था। लोग इन बच्चों के साथ भी अनहोनी की आशंका जता रहे हैं।