उदयपुर के प्रताप नगर थाना क्षेत्र में मणप्पुरम गोल्ड लोन के ऑफिस में ना तो कोई गार्ड था और ना ही सुरक्षा के कोई इंतजाम। पहली मंजिल में स्थित गोल्ड लोन देने वाले इस ऑफिस में पांच बदमाश मात्र 23 मिनट में पूरी वारदात को अंजाम देते हुए करीब 24 किलो सोने की लूट करके भाग निकले। पुलिस को शक है कि इस वारदात में बैंक का ही कोई कर्मचारी या पूर्व कर्मचारी शामिल हो सकता है। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमें गठित कर रवाना कर दी है।
मौका-ए-वारदात
उदयपुर से एयरपोर्ट मुख्यमार्ग पर सुंदरवास इलाके में पहली मंजिल पर मणप्पुरम गोल्ड लोन का ऑफिस मौजूद है। ऊपर जाने के लिए सीढ़ियां रोड से दिखाई नहीं देती हैं क्योंकि सीढ़ी के आगे जनरेटर लगा है। एक मोड़ के साथ दो हिस्सों में सीढ़ियां हैं। एक हॉल में ऊपर तक जालियां लगी है जिसके अंदर कर्मचारी बैठते हैं। बैंक में कोई गार्ड भी नहीं था।
अंजाम-ए-वारदात
पांच बदमाश दो बाइक पर सवार होकर आए। इस बैंक में छह कर्मचारी है, एक छुट्टी पर थी। एक महिला कर्मचारी भावना सबसे आखिरी में सीढ़ियां चढ़ रही थी, तभी पीछे से आए दो बदमाश उसे धक्का देकर बैंक में घुस गए। इनके पास रिवॉल्वर थी। कुछ ही देर में तीन और बदमाश ऊपर आ गए। सभी के पास हथियार यानी रिवॉल्वर थी। दो लोगों ने कर्मचारियों को धमकाया, गालियां दी, बंदूक लेकर एक जगह बैठाया और मारपीट की। एक कर्मचारी चाबी ली, फिर उसे भी लॉकर रूम में साथ ले गए। आरोपियों ने 23.45 किलो सोना और 11 लाख रुपए कैश एक बैग में भरे और बाइक लेकर रवाना हो गए। तब तक बैंक में कोई शोर शराबा नहीं हुआ। बताया कि कर्मचारी पूरी तरह से डरे हुए थे।
वारदात का समय
सोमवार सुबह ठीक 9:22 बजे बदमाश गोल्ड लोन देने वाले ऑफिस में घुसे और 9:45 पर लूटपाट करके निकल गए।
गहने के रूप में था सोना
कंपनी ने जिस बॉक्स में गोल्ड के गहने और जेवरात रखे थे, उसमें जीपीएस ट्रैकर लगा था। खास बात यह है कि लुटेरे ट्रैकर निकालकर भाग गए ताकि उन्हें ट्रेस नहीं किया जा सके। यहां 1100 लोगों ने सोना गिरवी रखकर लोन ले रखा था।
क्या बोले एसपी
एसपी विकास शर्मा ने बताया कि मणप्पुरम गोल्ड लोन के ऑफिस में लूट की वारदात हुई है। करीब 24 किलो सोना व 11 लाख रुपये कैश बताया जा रहा है। हमारी प्राथमिकता आरोपियों को पकड़ने की है। हम उस पर काम कर रहे हैं। जल्दी ही परिणाम सामने आएंगे।
पुलिस कर रही कर्मचारियों से पूछताछ
उधर, मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी के ऑडिटर ने कहा कि आरबीआई से इंश्योर्ड कंपनी है। लूटा गया सोना अगर रिकवर नहीं हुआ तो कंपनी कस्टमर्स को पूरे पैसे की भरपाई करेगी। बैंक में जो पांच कर्मचारी थे, उनमें मैनेजर पवन कुमार मीणा, सहायक मैनेजर शैर सिंह मीणा, मोनू मीणा, महिला कर्मचारी सोनू छापरवाल व माल की टूस निवासी भावना मेघवाल मौजूद थीं। पुलिस सभी कर्मचारियों को थाने ले गई है। उनसे लिखित में बयान लिए जा रहे हैं और पूछताछ की जा रही है।