यूपी के बदायूं जिले में गुरुवार को पुलिस ने कुछ लोगों को दौड़ा लिया। इतना ही नहीं पुलिस ने उन पर लाठियां भी बरसाईं। पुलिस से बचने के लिए लोग भागते नजर आए तो पुलिसकर्मी भी हाथ में डंडा लेकर उन्हें दौड़ाते देखे गए। मामला प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष संजीव शर्मा के खिलाफ दर्ज छेड़छाड़ व एससीएसटी एक्ट का है जो अब तूल पकड़ चुका है। गुरुवार को आरोपी शिक्षक नेता की गिरफ्तारी न होने के विरोध में भीम आर्मी सड़क पर आ गई। जिलाध्यक्ष समीर सागर के नेतृत्व में एसएसपी दफ्तर पर प्रदर्शन करने जा रही भीड़ को पुलिस ने रास्ते में रोक लिया। हालात बिगड़ते देख वहां लाठीचार्ज करके भीड़ खदेड़ दी गई। वहीं जिलाध्यक्ष को फिलहाल सिविल लाइंस थाना पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
संजीव शर्मा नवादा स्थित सरकारी स्कूल में बतौर प्रधानाचार्य तैनात है। थाना सिविल लाइंस में एक शिक्षिका ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा तीन अगस्त को दर्ज कराया था। आरोप था कि संजीव ने शिक्षिक के साथ छेड़छाड़ की और जातिसूचक शब्द कहे। साथ ही नौकरी न करने देने की धमकी भी दी गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पूर्व नियोजित था कार्यक्रम भीम आर्मी की ओर से पूरा कार्यक्रम सुनयोजित था। ट्वीटर पर पहले से ही एसएसपी दफ्तर पर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी जा चुकी थी।
कार्याकर्ताओं को जिला अस्पताल के पास स्थित डॉ. आंबेडकर पार्क पर एकत्र होना था। नतीजतन भारी मात्रा में पुलिस बल सुबह से ही पार्क पर लगा दिया गया। वहीं बिल्सी, सहसवान आदि थानों की फोर्स भी बुलवा ली गई। अचानक मची भगदड़ कार्यकर्ता एक साथ नहीं पहुंचे। बल्कि एक-एक करके थाने के पास एकत्र हो गए। भीड़ पूरी होने पर अचानक नारेबाजी के साथ एसएसपी दफ्तर की ओर भीड़ बढ़ी लेकिन इससे पहले ही एसपी सिटी अमित किशोर श्रीवास्तव व सीओ सिटी आलोक मिश्रा समेत सिविल लाइंस पुलिस ने उन्हें रोक लिया। गहमागहमी के बीच दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई और फिर पुलिस ने लाठी फटकारना शुरू कर दी।