राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की अटकलें हैं। राहुल गांधी की ओर से इस पद को अस्वीकार किए जाने के बाद गांधी परिवार से बाहर किसी नेता के पार्टी प्रमुख बनाए जाने की चर्चा है। इस बीच गुजरात पहुंचे अशोक गहलोत ने अटकलों पर जवाब दिया है। उन्होंने इस बात की जानकारी होने से इनकार करते हुए कहा कि वह भी मीडिया से ही सुन रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी ने जो जिम्मेदारी दी है उसका पालन कर रहे हैं। इस दौरान जब उनसे यह पूछा गया कि राजस्थान में भावी मुख्यमंत्री (सचिन पायलट) भी तय हो गया है तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
गहलोत से पूछा गया कि ऐसी चर्चा है कि आपको सोनिया गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष का पद ऑफर किया है। यदि आप कांग्रेस अध्यक्ष बनते हैं तो राजस्थान में मुख्यमंत्री कौन होगा? इसके जवाब में गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए वरिष्ठ कांग्रेस पर्यवेक्षक गहलोत ने कहा, ”मैं तो मीडिया वालों के मुंह से सुन रहा हूं। दिल्ली में भी मुझसे लोग पूछ रहे थे कि अध्यक्ष कब बन रहे हो, पता नहीं मीडिया वालों के दिमाग में क्या क्या चलता रहता है। मुझे तो पता ही नहीं। मुझे आलाकमान ने गुजरात का सीनियर ऑब्जर्वर बना रखा है। मैं वह जिम्मेदारी निभा रहा हूं, राजस्थान में मैं अपनी जाति का अकेला विधायक हूं और वह भी मुख्यमंत्री है, जातिवाद हमारे राजस्थान में नहीं है। बाकी का मुझे पता नहीं।”
एक बार फिर उनसे पूछा गया कि राजस्थान में भावी मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष तय करने को लेकर प्रक्रिया शुरू हो गई है? इसके जवाब में हंसते हुए गहलोत ने कहा, ”आपको ज्यादा जानकारी होगी, मुझे तो पता नहीं।” गहलोत के गुजरात रवाना होने से पहले दिल्ली में उनकी अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात हुई। इसके बाद से ही उनका भी संभावित अध्यक्ष के रूप में लिया जाने लगा। हालांकि, इससे पहले गहलोत राहुल गांधी को ही अध्यक्ष बनाए जाने पर जोर डालते रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि यदि राहुल यह पद नहीं संभालते हैं तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं को निराशा होगी, उन्हें भावनाओं को समझना चाहिए।