दिल्ली के मुंडका की जेजे कॉलोनी में सोमवार देर रात बदमाशों की अंधाधुंध फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई। पुलिस की प्राथमिक जांच में वारदात के पीछे सट्टा कारोबार से जुड़े लोगों के होने की बात सामने आई है। मृतकों की पहचान 48 वर्षीय जोगिंद्र मलिक और 60 वर्षीय मंगल के तौर पर हुई है।
पुलिस के अनुसार, मृतक जोगिंद्र के साले राजू ने बताया कि जोगिंद्र बक्करवाला जेजे कॉलोनी में सट्टे के अड्डे पर पर्ची लिखने का काम करता था। इसके लिए जेजे कॉलोनी में एक दुकान भी किराए पर ली हुई थी। वह सोमवार देर रात को जोगिंद्र भोजन कर अपने घर के पास रहा था। इसी दौरान मंगल भी वहां पहुंच गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कुछ बदमाश आए और जोगिंद्र के बारे में पूछा। फिर अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दी। इस घटना में जोगिंद्र और मंगल गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें स्थानीय लोगों ने सहगल अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में दोनों ने दम तोड़ दिया। अस्पताल से ही घटना की सूचना मुंडका थाने को दी गई।
पुलिस की शह पर चल रहा सट्टा कारोबार!
पुलिस के अनुसार, जोगिंद्र के परिवार में पत्नी पूनम के अलावा एक बेटी और दो बेटे हैं। बेटी की शादी हो चुकी है, जबकि दोनों बेटे पढ़ाई कर रहे हैं। वहीं मंगल के परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं। इस हत्याकांड को सट्टा चलाने वाले दूसरे गिरोहों की रंजिश से जोड़कर देखा जा रहा है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि जेजे कॉलोनी में सट्टा कारोबार को पुलिस की शह है।