मध्य प्रदेश में लगातार मूसलाधार बारिश का दौर जारी है। नर्मदा, चंबल, बेतवा, ताप्ती, शिप्रा समेत तमाम नदी-नाले उफान पर हैं। प्रदेश के कई बांधों के गेट खोलने पड़ गए हैं। मौसम विभाग ने गुना, राजगढ़, आगर मालवा, रतलाम, नीमच और मंदसौर जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया है। ऐसे में सीहोर के पास सिवान नदी में पुलिया पार करते वक्त कार में बैठे एक तहसीलदार और पटवारी बह गए।
दरअसल सोमवार रात से लापता तहसीलदार और पटवारी की मंगलवार शाम को लोकेशन के आधार पर कर्बला पुल के पास सीवन नदी में सर्चिंग की जा रही थी। और बुधवार सुबह घटनास्थल से लगभग तीन किलोमीटर दूर ग्राम छापरी में पटवारी महेंद्र रजक का शव और कार बरामद हुई है। जबकि तहसीलदार नरेंद्र ठाकुर की तलाश अभी जारी है।
दरअसल, नरेंद्र सिंह ठाकुर अपने एक पटवारी मित्र महेंद्र रजक के साथ सोमवार रात अपने घर से कहीं निकले थे। लेकिन जब वे अपने घर नहीं लौटे तो परिजनों ने मंडी थाने पहुंच कर गुमशुदगी की रिपार्ट दर्ज कराई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से मिली लोकेशन के आधार पर सीवन नदी के पास सर्चिग अभियान चलाया।
बता दें कि दोनों पुलिस ने पहले दोनों की मोबाइल लोकेशन निकाली थी। जिसके बाद उनकी लोकेशन सीहोर के इंदौर नाका के पास मिली। बताया जा रहा है कि करीब रात 11 बजे से वहां से गुजरे थे। उनकी कॉल डिटेल निकालने के साथ-साथ पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।
वहीं कर्बला पुल से इंदौर नाका के पास एक पेट्रोल पंप पर कार जाते हुए सीसीटीवी में कैद हुई थी। वहीं गणेश मंदिर के सीसीटीवी में कार आते हुए नहीं दिखी। जिससे संभावना के तौर पर कर्बला पुल के पास सीवन नदी में एनडीआरएफ का दल मंगलवार की शाम नदी में तलाश करता रहा।
लेकिन बुधवार की सुबह 8.30 पर जब मंडी पुलिस और एनडीआरएफ का सर्चिग दल नदी किनारे जांच करता रहा और करीब तीन किमी दूर ग्राम छपरी पहुंचा तो नदी में कार दिखी। जिसे निकालने पर पटवारी महेंद्र रजक का भी शव मिला।