कानपुर में फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल में प्रार्थना के दौरान कलमा पढ़ाने के मामले में प्रबंधन पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सीसामऊ थाने में धर्म परिवर्तन और धार्मिक भावनाओं को आहत करने समेत कई गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली गई। एसीपी निशंक शर्मा के अनुसार स्कूल प्रबंधक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस इस मामले में विवेचना करेगी। जो भी तथ्य सामने आएंगे। उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह है पूरा मामला
अभिभावक अभिषेक मिश्रा ने रविवार को एक वीडियो ट्वीट किया था, जिसमें अभिभावक आरोप लगा रहे थे कि स्कूल में बच्चों को कलमा यानी ला इलाहा इल्लल्लाह… पढ़ाया जाता है। वीडियो में चेहरे नहीं दिख रहे थे। यह ट्वीट वायरल हुआ तो सोमवार सुबह बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए, जिनमें कुछ अभिभावक भी थे। स्कूल गेट के बाहर पहले प्रदर्शन किया और फिर धरने पर बैठ गए। इसका नेतृत्व पार्षद महेंद्र नाथ शुक्ला कर रहे थे। विहिप के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे और विरोध जताया।
धरना-प्रदर्शन शुरू होते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल स्कूल पहुंच गया। एडीएम सिटी अतुल कुमार और सीसामऊ एसीपी निशंक शर्मा मौके पर पहुंचे और अभिभावकों को समझाने का प्रयास किया। स्कूल प्रिंसिपल व बच्चों से मुलाकात की। स्कूल प्रॉस्पेक्टस में जो प्रार्थना लिखी थी, उसे देखा। अभिभावक अंकित गुप्ता का कहना था कि उनकी बेटी यहां आठ साल से पढ़ रही है। यहां तब से कलमा पढ़ाया जा रहा है। इसका अर्थ कभी नहीं बताया गया।
गम्भीर धाराओं में एफआईआर दर्ज
स्कूल में हंगामे के बाद बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद के नेताओं ने अभिभावकों के साथ बैठक की। चार अभिभावकों के हस्ताक्षर वाली तहरीर सीसामऊ थाने में शाम को दी गई। इंस्पेक्टर सीसामऊ कैलाश चन्द्र दुबे ने बताया कि अभिभावक रवि राजपूत की तहरीर पर प्रबंधक फ्लोरेट्स इंटरनेशनल के खिलाफ धारा 295ए (धार्मिक भावनाओं को आहत करना) और उत्तर प्रदेश अवैध धर्म परिवर्तन पर रोक की धारा 5(1) की धारा में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
स्कूल प्रबंधन ने दी सफाई
स्कूल के प्रबंध निदेशक सुमित मखीजा ने पुलिस को बताया कि विद्यालय में सभी धर्मों का समान रूप से आदर किया जाता है। स्कूल में पिछले करीब 12 साल से यही प्रार्थना हो रही है जिसमें हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई धर्मों के श्लोक, गुरुवाणी और दुआ का पाठ भी कराया जाता है। बच्चों की स्कूल की डायरी में भी इन्हें प्रकाशित किया गया है। इससे पहले कभी किसी विद्यार्थी के परिजन ने आपत्ति नहीं की थी। स्कूल प्रिंसिपल अर्चना ने बताया कि विरोध के बाद स्कूल ने सर्वधर्म प्रार्थना को बंद कर दिया है।
मान्यता शर्तों की जांच शुरू
खंड शिक्षा अधिकारी, प्रेम नगर दीपक अवस्थी स्कूल पहुंचे और उन्होंने मान्यता सम्बंधी पूरी जांच की। स्कूल को वर्ष 2017 में मान्यता मिली। इससे पहले भी यहां स्कूल का संचालन हो रहा था। यहां प्रिंसिपल के अतिरिक्त कुल 16 शिक्षक-शिक्षिकाएं हैं। करीब 200 से अधिक बच्चे पढ़ाई करते हैं। स्कूल से मान्यता सम्बंधी अन्य कागज भी मांगे हैं।