हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति जिले में रविवार को आई बाढ़ में फंसे लगभग 105 लोगों को आधी रात में बचाया गया। इनमें से अधिकतर टूरिस्ट थे। भारी बारिश के चलते द्रोणी नदी में जल स्तर बढ़ गया और अचानक बाढ़ आ गई। इसके बाद वहां फंसे पर्यटकों को कोकसर ले जाया गया। इसके अलावा बोल्डर गिरने से एक गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई।
पुलिस अधीक्षक मानव वर्मा ने कहा, ‘रात लगभग 1: 30 बजे तक सभी फंसे हुए पर्यटकों को बचा लिया गया। वे सभी सुरक्षित हैं।’ उन्होंने कहा कि पर्यटकों को पर्याप्त भोजन और अन्य आवश्यक चीजें प्रदान की गई हैं। अधिकारियों ने कहा कि अचानक बाढ़ आने की वजह से सिसु को नाको से जोड़ने वाले नैशनल हाईवे 505 पर यातायात बाधित हो गया। जिसके बाद सीमा सड़क संगठन (बीआरओ), जिला प्रशासन और राज्य पुलिस ने एक जॉइंट ऑपरेशन लॉन्च किया। यह ऑपरेशन करीब 3 घंटे तक चला।
बाढ़ में फंसे थे मंत्री
अधिकारियों ने कहा कि लाहौल और स्पीति जिले में चार जगहों से अचानक बाढ़ आने की खबर के बावजूद बीआरओ ने रेस्क्यू के लिए तीन ट्रकों को लगाया। बता दें कि राज्य के मंत्री राम लाल मारकंडा अचानक बाढ़ के कारण सड़क संपर्क टूट जाने के बाद मियार घाटी में फंसे हुए थे।