दिल्ली में चाइनीज मांझे से एक और युवक का गला कट गया। गनीमत रही कि घायल को समय पर इलाज मिल गया और उसकी जान बच गई। घायल मनोज को 20 टांके लगे हैं। मनोज ने बताया कि विकासपुरी फ्लाईओवर पर वह बाइक से जा रहा था तभी गले में चाइनीज मांझा अटक गया, जिससे हादसा हुआ। फिलहाल, उसे अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मनोज कुमार परिवार के साथ पालम में रहते हैं और पश्चिम विहार स्थित निजी कंपनी में अकाउंटेंट हैं। मनोज कुमार ने बताया कि वह बाइक से 26 जुलाई की देर शाम 7.15 बजे अपने दफ्तर से घर के लिए निकले। विकासपुरी फ्लाईओवर पर बाइक चलाते समय उनके गले में मांझा अटक गया और उनका गला चीर डाला। कटने का अहसास होने पर उन्होंने बाइक रोकी और शीशे में देखा तो तेजी से खून बह रहा था। एक बाइक सवार ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने आईसीयू में भर्ती कर उपचार शुरू किया और उनकी जान बचाई।
थोड़ी देर होती तो जा सकती थी जान
डॉक्टरों ने बताया कि मांझा से मनोज का गला काफी अंदर फूड पाइप तक कट गया था। अगर समय से अस्पताल न लाया जाता तो जान बचाना मुश्किल हो सकता था। डॉक्टरों का कहना है कि मनोज ने बताया कि दर्द महसूस होते ही उन्होंने बाइक रोक ली थी। बाइक तुरंत नहीं रुकती और थोड़ा सा भी घाव और होता तो सांस लेना मुश्किल हो सकता था। डॉक्टरों ने बताया कि मनोज अब पूरी तरह स्वस्थ हैं।
डरा रहे हादसे
26 जुलाई 2022
मालवीय नगर में दस साल का बच्चा चीनी मांझे से पतंग उड़ा रहा था। इसी दौरान मांझे में करंट उतर आया और बच्चा उसकी चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गया।
25 जुलाई 2022
दिल्ली के हैदरपुर में चीनी मांझे की चपेट में आकर बाइक सवार की गर्दन कट गई, जिससे उसकी मौत हो गई।
15 अगस्त 2019
पश्चिम विहार ईस्ट इलाके में चीनी मांझे की चपेट में आने से स्कूटी सवार 22 वर्षीय एक सिविल इंजीनियर की मौत हो गई।
02 अप्रैल 2019
दिल्ली के तिमारपुर में मांझे की चपेट में आने से बाइक सवार युवक का गला कट गया। अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
19 जुलाई 2018
सोनिया विहार में पतंग उड़ाने के दौरान हाईटेंशन तार की चपेट में आने से एक नाबालिग समेत दो लोग झुलस गए।
17 अगस्त 2016
रानीबाग में तीन साल की बच्ची की पतंग के मांझा से दर्दनाक मौत हो गई। बच्ची परिवार के साथ कहीं से लौट रही थी तभी मांझे की चपेट में आ गई थी।
बाइक सवार ने की मदद
मनोज ने बताया कि असहनीय दर्द से वह बाइक रोककर सड़क किनारे बैठ गए। उन्होंने किसी तरह पीछे से आ रहे एक बाइक सवार को रुकने का इशारा किया। बाइक सवार युवक ने उनकी मदद की और गले में रूमाल बांधकर खून रोकने की कोशिश की। इसके बाद उन्हें अपनी बाइक पर बैठाकर फ्लाईओवर से कुछ दूरी पर मौजूद निजी अस्पताल में पहुंचाया।