सत्ता और पार्टी के बाद अब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के घर में भी मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। खबर है कि शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे की बहु स्मिता ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की है। हालांकि, उन्होंने इस मुलाकात को ‘शिष्टाचार’ बताया और कहा कि शिंदे ‘पुराने शिवसैनिक’ हैं। खास बात है कि शिंदे से मुलाकात करने वाली स्मिता ठाकरे पहली सदस्य हैं।
उन्होंने कहा कि यह एक शिष्टाचार भेंट थी। दक्षिण मुंबई में सरकारी अतिथि गृह ‘सहयाद्री’ में शिंदे से मुलाकात के बाद उन्होंने संवाददाताओं को बताया, ‘एकनाथ शिंदे एक पुराने शिवसैनिक हैं जो मुख्यमंत्री बन गए हैं। मैं यहां उन्हें बधाई देने आयी हूं। मैं उन्हें और उनके काम को पिछले कई सालों से जानती हूं। यह शिष्टाचार मुलाकात थी। हम एक-दूसरे को लंबे समय से जानते हैं इसलिए मैं आज उनसे मिली।’
शिवसेना में बगावत के बारे में पूछे जाने पर स्मिता ने कहा कि वह इसके बारे में कुछ नहीं जानती हैं क्योंकि वह एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं और राजनीति में नहीं हैं। स्मिता ने कहा, ‘मैं राजनीति में नहीं हूं। मैं इसके बारे में कुछ नहीं जानती।’ वह 1995-99 के दौरान शिवसेना में एक शक्तिशाली शख्सियत थीं। स्मिता बाल ठाकरे के बेटे जयदेव ठाकरे की पत्नी हैं।
अर्जुन खोतकर भी छोड़ेंगे उद्धव का साथ?
केंद्रीय मंत्री रावसाहब पाटिल दानवे ने दावा किया है कि जालना जिले से शिवसेना के वरिष्ठ नेता अर्जुन खोतकर जल्दी शिंदे के समूह में शामिल होंगे। खास बात है कि सोमवार को खोतकर ने सीएम शिंदे से मुलाकात की थी, जिसमे दानवे भी शामिल थे। इस चर्चा की तस्वीरें भी सामने आई थी।
हालांकि, खोतकर ने उद्धव के साथ बने रहने की बात कही है। मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान खोतकर ने कहा, ‘कल मुख्यमंत्री से मिला था और उन्होंने मुझे चाय-नाश्ते पर बुलाया था। हम वहां गए। बस इतना ही… अगर इससे अटकलें लगाई जाती हैं, तो लगती रहें। मैं अभी भी शिवसेना में हूं… हम 40 सालों से दोस्त हैं, बुलाने पर अगर चाय के लिए नहीं जाऊंगा तो यह सही नहीं होगा।’