श्योपुर के एक गांव में रविवार को अचानक कई लोगों को एक साथ उल्टी और दस्त होने लगी। इसकी वजह से एक बच्चे, महिला और बुजुर्ग सहित 3 लोगों की मौत हो गई। जबकि 15 से ज्यादा ग्रामीणों की हालत नाजुक स्थिति में पहुंच गई, जिन्हें उपचार के लिए विजयपुर के सामुदायिक अस्पताल के अलावा श्योपुर और मुरैना के जिला अस्पतालों में रेफर किया गया है। मामले की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे की टीमें गांव में पहुंच गई हैं। जिनके द्वारा गांव के सरकारी अस्पताल में शिविर लगाकर बीमार मरीजों का उपचार करने का काम शुरू कर दिया गया है।
मामला विजयपुर विकासखंड क्षेत्र की आरोद ग्राम पंचायत के चक पारोंद गांव का है। जहां उल्टी-दस्त की बीमारी का प्रकोप पूरे गांव में फैल गया है। बीमारी की वजह से 2 साल की मासूम बालिका गुड्डी आदिवासी के अलावा महिला रामदासी बाई और बुजुर्ग केदार आदिवासी की मौत हो चुकी है। करीब 20 से ज्यादा ग्रामीण इस बीमारी से पीड़ित हैं, जिनमें से 15 से ज्यादा की हालत नाजुक बनी हुई है।
मामले की जानकारी मिलने के बाद विजयपुर एसडीएम नीरज शर्मा के अलावा सीएमएचओ डॉक्टर बीएल यादव अपने विभाग की टीम को लेकर गांव पहुंचे। जिनके द्वारा गांव में मौजूद लोगों का उपचार गांव के प्राथमिक स्कूल में शिविर लगाकर किया जा रहा है। बीमारी किस वजह से फैली है इस बात का भी पता नहीं लग सका है लेकिन ग्रामीण दूषित पानी पीने से बीमारी फैलने का अंदेशा जता रहे हैं।
वही डॉक्टरों का कहना है कि पानी की बजाए खाने में कोई गलत चीज आने से यह बीमारी फैली होगी। मृतकों के परिजनों का कहना है कि उल्टी-दस्त का प्रकोप फैलने की वजह से उनके परिवार के लोगों की मौत हुई है। वही सीएमएचओ डॉक्टर बीएल यादव का कहना है कि सभी गंभीर मरीजों को विजयपुर और मुरैना के अस्पतालों के लिए रेफर करवा दिया गया है जहां उनका उपचार किया जा रहा है।
बाकी के मरीजों का गांव में भी उपचार किया जा रहा है। उनका कहना है कि यह बीमारी कैसे फैली इस बात का पता लैब से रिपोर्ट आने के बाद ही लग सकेगा। फिलहाल ऐसा लग रहा है कि यह लोग जौरा में किसी कार्यक्रम से लौटे हैं और वहां खाने में कोई गलत चीज आने से इस तरह की दिक्कत हुई है। रिपोर्ट आने के बाद ही क्लियर कर सकेंगे।