विश्व प्रसिद्ध उज्जैन महाकाल मंदिर परिसर में गुरुवार रात वेल्डिंग का कार्य करते हुए आग लग गई इससे दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई। नाग पंचमी पर्व को देखते हुए फोल्डिंग ब्रिज तैयार क्या जा रहा है आग लगने के समय परिसर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। यह ब्रिज साल में एक बार खुलने वाले नागचंद्रेश्वर मंदिर तक श्रद्धालुओं के पहुंचने के लिए के लिए तैयार किया जा रहा है।
ब्रीज की वेल्डिंग कार्य के दौरान अचानक चिंगारी नीचे सिद्धिविनायक मंदिर पर गिरी और आग बेकाबू हो गई, गनीमत रही मौके पर मौजूद तमाम मंदिर समिति के लोग, परिसर में मौजूद पुजारियों द्वारा तत्काल काबू पा लिया गया। गनीमत यह भी रही कि कार्य के दौरान उधर श्रद्धलुओं का प्रवेश बंद किया हुआ है।
नागचंद्रेश्वर मंदिर पहुंचने के लिए ब्रिज
उज्जैन महाकाल मंदिर में 2 अगस्त को नागपंचमी पर्व को लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही है, मंदिर में इस बार श्रद्धालुओं की सुविधा व कोर्ट के निर्देश पर मंदिर के स्ट्रक्चर की भी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फोल्डिंग ब्रीज तैयार किया जा रहा है जिसके माध्यम से श्रद्धालु नागचंद्रेश्वर तक दर्शन को पहुचेंगे और सुगमता से दर्शन लाभ के सकेंगे, नागपंचमी पर्व के बाद ब्रीज को हटा दिया जाएगा। नागचंद्रेश्वर मंदिर साल में एक बार श्रद्धालुओं के लिए नागपंचमी पर खोला जाता है। मंदिर तक श्रद्धालुओं आसानी से पहुचने के लिए के लिए ब्रिज तैयार किया जा रहा है।
साल में एक बार खुलता है मंदिर
नागचंद्रेश्वर का मंदिर साल में एक बार नागपंचमी पर श्रद्धालुओं के लिए रात 12 बजे पट खोले जाते है और अगले दिन रात 12 बजे के पश्चात मंदिर के पट बंद कर दिए जाते हैं। श्रद्धालुओं की सुगमता से दर्शन कराने के लिए टेंपरेरी फुट ओवर ब्रिज बनाया जा रहा है। महाकाल मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि नागचंद्रेश्वर मंदिर के लिए टेंपरेरी ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। ब्रिज बनाने में वेल्डिंग का कार्य भी चल रहा है। चिंगारी गिरने से वहां पेड़ के पत्ते गिरे रहते है उसमें आग लगी थी आग ज्यादा बड़ी नही थी।