हैदरपुर जल शोधन संयंत्र में सिक्किम पुलिस के तीन जवानों की हत्या में अहम खुलासा हुआ है। आरोपी लांस नायक को यह शक था कि तीनों साथी जवान उसकी पत्नी से चोरी छिपे बात करके भड़काते रहते हैं। इस वजह से उसकी पत्नी ने फोन उठाना छोड़ दिया है।
सूत्रों ने बताया कि लांस नायक प्रबीन राय की हाल में ही शादी हुई थी। वह शादी करने के बाद छुट्टी पूरी कर दस दिन पहले ही ड्यूटी पर आया था। चूंकि प्रबीन का मोबाइल चोरी हो गया था, इसलिए उसने कई बार साथियों के मोबाइल से पत्नी को फोन किया था। इसकी वजह से साथियों के पास आरोपी की पत्नी का फोन नम्बर पहुंच गया।
फोन नहीं उठाने पर शक हुआ
दरअसल, कुछ दिन बाद ही प्रबीन की पत्नी ने फोन उठाना बंद कर दिया था। फिर उसे कहीं से सूचना मिली कि तीनों साथी उसकी पत्नी से फोन पर बातें करते हैं। जब प्रबीन संतरी की ड्यूटी कर रहा था तभी बैरक में रहने वाले वरिष्ठ साथी ने उसकी पत्नी को वीडियो कॉल की। फिर उसे प्रबीन को ड्यूटी करते हुए दिखाया था। इन सबकी वजह से पत्नी फोन नहीं उठा रही थी तो सभी साथी उसका मजाक उड़ाते थे। इसी वजह से सोमवार को अपने रूम पार्टनर नर बहादुर के मोबाइल से पत्नी को फोन मिलाया और जब बात नहीं हुई तो फायरिंग शुरू कर दी। मृतकों के परिजन मंगलवार सुबह बाबा साहेब अम्बेडकर अस्पताल के शवगृह पर पहुंचे। इस दौरान सिक्किम पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
पहले सभी शवों का एक्सरे किया गया। इसके बाद पोस्टमार्टम प्रक्रिया शुरू हुई। सिक्किम पुलिस के अधिकारी ने बताया कि पुलिस के जवान और मृतकों के परिजन तीनों शवों के साथ देर शाम गंगटोक के लिए रवाना हो गये।
ये है पूरा मामला
सिक्किम पुलिस के जवान ने सोमवार को हैदरपुर जल शोधन संयंत्र परिसर में अपने तीन साथियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। एसएलआर लेकर वह समयपुर बादली थाने पहुंचा और घटना की जानकारी दी। घटनास्थल केएन काटजू मार्ग थाना होने के चलते स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी गई। लांस नायक प्रबीन राय सिक्किम पुलिस की रिजर्व बटालियन में तैनात था। वर्तमान में इसकी ड्यूटी हैदरपुर जल शोधन संयंत्र के गेट पर थी। वह ड्यूटी छोड़कर बैरक में गया और कहासुनी के बाद एसएलआर से फायरिंग कर दी।
दोस्तों के मोबाइल से करता था बात
● संतरी की ड्यूटी करते वक्त आरोपी को साथी ने वीडियो कॉल कर उसकी पत्नी को दिखाया, इसके बाद पत्नी ने बात करना बंद किया।
● फोन चोरी हो जाने की वजह से दोस्तों के मोबाइल से करता था पत्नी से बात।
● एसएलआर में 20 गोलियां मौजूद थी।
● केएन काटजू मार्ग पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा।
● विमान से सभी शवों को गंगटोक ले जाया गया।
एसएलआर में 20 गोलियां मौजूद थीं
बताया जाता है कि आरोपी ने तीनों साथियों पर कुल पांच राउंड फायरिंग की थी। सभी मृतकों को गोली गले या फिर उनके सीने में लगी। लेकिन नर बहादुर पर फायरिंग करते समय एसएलआर में गोली फंस गई थी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना के बाद एसएलआर में 20 गोलियां मौजूद थीं। अगर गन में गोली नहीं फंसती तो आरोपी पूरे परिसर में फायरिंग करने की फिराक में था। फिलहाल पुलिस ने नर बहादुर के बयान पर एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच में और भी खुलासे हो सकते हैं।