इंदौर के पुलिस कंट्रोल रूम में सुसाइड करने वाले थाना प्रभारी हाकम सिंह के मामले में पुलिस ने ASI रंजना खांडे को हिरासत में लिया है। उज्जैन से उन्हें हिरासत में लेने के बाद पुलिस रंजना खांडे को लेकर इंदौर पहुंची। पुलिस को रंजना के उज्जैन से आगे जाने की सूचना मिली थी। रंजना पर सोमवार को ही पुलिस ने केस दर्ज किया था। इससे पहले मंगलवार को केस की एक अन्य आरोपी और हाकिम सिंह की तीसरी पत्नी रेशमा को भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
रंजना को भी मारी थी गोली
भोपाल के श्यामला हिल्स में पदस्थ थाना प्रभारी हाकम सिंह पंवार ने 24 जून को पहले ASI रंजना खांडे को गोली मारी थी। इसके बाद खुद गोली मारकर अपनी जान दे दी थी। इसके बाद रंजना को उपचार के लिये एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस वक्त दोनों के बीच कार को लेकर विवाद सामने आया था।
रंजना पर यह आरोप
ASI रंजना पर यह आरोप है कि हाकम सिंह पवार को आत्महत्या के लिए उकसाने में उसकी अहम भूमिका रही है। पुलिस ने इस मामले में सूक्ष्मता से जांच के बाद आरोपी के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर गिरफ्तारी की है।
थाना प्रभारी को रेप केस में फंसाने की धमकी
पुलिस को इस मामले में हाकम सिंह की दूसरी पत्नी रेशमा और व्यापारी गोविंद जायसवाल की रिकॉर्डिग मिली थी। जिसमें रेशमा लगातार रंजना और परिवार से रुपये लेने के लिए धमका रही थी। उसने थाना प्रभारी को रेप के केस में फंसाने की धमकी तक दे डाली थी। वह थाना प्रभारी हाकम सिंह से करीब 28 लाख रुपये मांग रही थी।
वही व्यापारी गोविंद जायसवाल भी हाकम सिंह के 25 लाख रुपये नहीं दे रहा था। थाना प्रभारी हाकम सिंह ने यह रूपये व्यापारी के पास रखे थे। रेश्मा और गोविंद से बातचीत की कॉल रिकॉर्डिग थाना प्रभारी ने कर ली थी। जो जांच में उनके मोबाइल में मिली थी।
चश्मदीद की हो चुकी है मौत
इस मामले में चश्मदीद रंजना का भाई 5 जुलाई को संदेहास्पद तरीके से धामनोद के संजय नगर में जल गया था। जहां 7 जुलाई को उसने आनंद अस्पताल में दम तोड़ दिया था।
कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र के अनुसार थाना प्रभारी हाकम सिंह पंवार की मौत के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों पर केस दर्ज किया है। जिसमे ASI रंजना खांडे,उसके भाई स्वं कमलेश खांडे, हाकम सिंह की दूसरी पत्नी रेशमा और व्यापारी गोविंद जयसवाल के खिलाफ धारा 306,34 में केस दर्ज किया गया है।
कमिश्नर के मुताबिक, एसआईटी की जांच में सभी की कॉल डिटेल और जरूरी साक्ष्य सामने आए थे। अधिकारी के मुताबिक मामले में परिवार के बयान भी हुए थे। जिसमें उन्होंने चारों लोगों द्वारा उसे लगातार परेशान करने की बात बताई थी।