जनसंख्या दिवस पर सीएम योगी की तरफ से आए बयान को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम योगी उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें एक ही वर्ग की आबादी बढ़ने से आराजकता की बात कही गई है। अखिलेश ने कहा कि अराजकता आबादी से नहीं बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों की बरबादी से उपजती है।
सीएम योगी ने सोमवार को विश्व जनसंख्या दिवस पर कहा था कि एक ही वर्ग की आबादी बढ़ने से अराजकता होगी। जनसंख्या का असंतुलन नहीं होना चाहिए। योगी के इसी बयान पर पहले सपा सांसद डा. शफीकुर्रहमान बर्क ने निशाना साधा और सीधे सरकार को कई तरह की नसीहतें दे दी। अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट के जरिये हमला बोला है।
अखिलेश ने ट्वीट करते हुए लिखा कि अराजकता आबादी से नहीं, लोकतांत्रिक मूल्यों की बरबादी से उपजती है। अखिलेश के इस ट्वीट के कई मायने निकाले जा रहे हैं। अखिलेश ने लोकतांत्रिक मूल्यों की बरबादी का बातें कहकर सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश लगातार योगी सरकार पर इस तरह के हमले कर रहे हैं। रामपुर और आजमगढ़ में उपचुनाव हारने पर भी अखिलेश ने इसी तरह के हमले किये थे।
क्या कहा था सीएम योगी ने
सीएम योगी जनसंख्या दिवस पर सोमवार को कहा कि जिन देशों की जनसंख्या ज्यादा होती है वहां जनसांख्यकीय असंतुलन चिंता का विषय बनता है। क्योंकि रिलिजियस डेमोग्राफी पर विपरीत असर पड़ता है तो एक समय के बाद वहां अव्यवस्था, अराजकता जन्म लेने लगती है। इसलिए जनसंख्या स्थिरीकरण के प्रयासों से सभी मत मजहब, वर्ग, सम्प्रदाय पर एक समान रूप से जोड़ा जाना चाहिए।
सीएम योगी ने कहा था कि जब बात परिवार नियोजन की हो, जनसंख्या स्थिरीकरण की हो तो हमें यह भी ध्यान रखना होगा कि जनसंख्या नियंत्रण के प्रयास सफलतापूर्वक जरूर हों, लेकिन कहीं भी जनसांख्यकीय असंतुलन की स्थिति न पैदा होने पाए। ऐसा न हो कि किसी एक वर्ग की आबादी बढ़ने की स्पीड ज्यादा हो और जो मूल निवासी हों, उन पर जनसंख्या स्थिरीकरण की कोशिशों से, इंफोर्समेंट से और जागरुकता प्रयासों से उनकी आबादी को नियंत्रित कर दिया जाए।
क्या बोले सपा सांसद
संभल के सपा सांसद डा. शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि राजनीतिक फायदा उठाने की मंशा से भाजपा जनसंख्या का मुद्दा उछाल रही है। सपा सांसद ने जनसंख्या कानून के बजाय तालीम और रोजगार के लिए काम करने की सरकार को नसीहत दी।
बर्क ने कहा कि औलाद पैदा करने का ताल्लुक इंसान से नहीं बल्कि इसका ताल्लुक अल्लाह ताला से है। अल्लाह जो बच्चा पैदा करता है उसका रिज़क उसके साथ भेजता है। सरकार को यह कानून लाने के बजाय तालीम पर ज़ोर देना चाहिए और हर छोटे बड़े इंसान के लिए सरकार को पूरी व्यवस्था करनी चाहिए। अगर हर किसी को तालीम मिल जाएगी तो जनसंख्या का मुद्दा खुद ही हल हो जाएगा।
बर्क ने इस कानून के पीछे 2024 के चुनाव में भाजपा द्वारा राजनीतिक फायदा लेने की मंशा बताई। सपा सांसद ने कहा कि देश भर में बेरोजगारी और गुरबत छाई हुई है और 2024 का लोकसभा चुनाव सिर पर है। इसलिए वोट लेने के लिए भाजपा लोगों के नजरिये को बदलना चाहती है। यह इंसानी मामला है लेकिन हर चीज को इस एंगिल से नहीं देखना चाहिए।