वज्रासन घुटने टेकने वाली मुद्रा है, जिसका नाम संस्कृत शब्द वज्र से लिया गया है, जिसका मतलब है हीरा या वज्र, और आसन, जिसका अर्थ है मुद्रा। वज्र नाड़ी को एक्टिव करने में फायदेमंद है और जांघों और पैरों में ब्लड फ्लो को रोकता है और पेल्विक और पेट में फ्लो को बढ़ाता है। हालांकि इसे करने से कई लोगों को सुन्नपन महसूस होती है। यहां देखें ऐसा क्यों होता है और इसे ज्यादेर तक कैसे किया जा सकता है।
वज्रासन करने पर क्यों सुन्न होते हैं पैर?
वज्रासन करने से हेल्थ को कई तरह के फायदे मिल सकते हैं। हालांकि ज्यादातर लोग इस आसन को पांच मिनट तक भी नहीं कर सकते। क्योंकि ज्यादातर लोगों के पैर सुन्न हो जाते हैं, या फिर मोच आ जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हम कुर्सियों पर बैठने के आदी हो गए हैं और फर्श पर बैठने की आदत खत्म हो चुकी है।
ब्लड फ्लों रुक जाने से पैर सुन्न हो जाते हैं। लेकिन जब आप आसन से खुद को फ्री कर लेंगे और अपने पैरों को बाहर निकाल देंगे, तो सुन्नता अपने आप खत्म हो जाती है। वज्रासन के कई फायदे हैं लेकिन इन सभी फायदों को प्राप्त करने के लिए आपको लंबे समय तक इस आसन को करना होगा।
सुन्नपन से बचने के लिए आप क्या कर सकते हैं?
– वज्रासन में बैठने के लिए अपने शरीर को अच्छी तरह से वार्मअप करें।
– इन्फिनिटी वॉक, योगा वॉक और माइंड वॉक भी कर सकते हैं।
– इसे आप दोनों दिशाओं में 21 मिनट तक कर सकते हैं।
– वॉक को दक्षिण से उत्तर दिशा की ओर शुरू करें और फिर इस प्रोसेस को दोबारा उलट कर करने की जरूरत है
कैसे लंबे समय तक करें वज्रासन (Jyadader tak Kaise karein Vajrasan )
1) इसे ज्यादादेर तक करने के लिए स्ट्रैचिंग से शुरुआत करें। वहीं लंबे समय तक बैठने के बाद स्ट्रेच करें।
2) वॉकिंग करने के साथ ही जॉगिंग, साइकलिंग और सीढ़ियां चढ़ने उतरने जैसी एक्सरसाइज करें। ऐसा करने से आपके पैर मजबूत होंगे।
3) अगर आप वज्रासन करने की शुरुआत कर रहे हैं तो पहले कम समय से स्टार्ट करें, फिर धीरे-धीरे कर के इसे बढ़ाएं।
4) अपने फीट या घुटनों के नीचें एक तकीए को रखें, ऐसा करने से आप लंबे समय तक वज्रासन कर सकेंगे।