प्रयागराज। आवारा पशुओं की समस्या से निपटने के लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा अभी तक कोई ठोस कार्य योजना नहीं आने के कारण गुरुवार सुबह प्रयागराज के कीडगंज इलाके में एक बैल ने एक बुजुर्ग पर हमला कर उन्हें मार डाला। ताजा घटना में नैनी के फूलमंडी क्षेत्र निवासी 75 वर्षीय बृघुनाथ वर्मा पर एक आवारा बैल ने हमला कर दिया और वो गंभीर रूप से घायल हो गए। हमले के समय वह चौखंडी इलाके से गौघाट अपनी साइकिल मरम्मत की दुकान जा रहे थे। बुजुर्ग की मौके पर ही मौत हो गई। पूरी घटना एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई और यह क्लिप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गई।
प्रयागराज नगर निगम (पीएनएन) ने आवारा सांड को पकड़ने के लिए एक टीम भेजी, लेकिन इसने उनके एक कर्मचारी को भी घायल कर दिया और उसे अस्पताल ले जाना पड़ा। पीएनएन के पशु चिकित्सा और कल्याण अधिकारी डॉ विजय अमृतराज ने कहा कि कर्मचारी खतरे से बाहर है और आवारा बैल को आखिरकार पकड़ लिया गया और शंकरगढ़ गौ आश्रय में ले जाया गया। शहर में लगातार आवारा सांडों को पकड़ा जा रहा है। इसके बाद भी आवारा सांड कहां से आ रहे हैं इसका पता नहीं चल पाया है। एक जून से 29 जून तक दो दर्जन से अधिक सांडों समेत 224 आवारा पशुओं को पकड़ा गया।
अमृतराज ने कहा कि अब आवारा सांडों को पकड़ने के लिए अलग से पशु वैन भेजने पर विचार किया जा रहा है। शुक्रवार की सुबह भी सिविल लाइंस स्थित पीएनएन कार्यालय के पास एक आवारा सांड को पकड़ने की कोशिश में पीएनएन के चार कर्मचारी घायल हो गए। क्षेत्र से गुजर रही दो युवतियों को भी चोटें आई हैं। कहा जा रहा है कि मानसून के दौरान आवारा मवेशियों का खतरा बढ़ जाता है, जब नदी के किनारे सहित सभी निचले इलाकों में बाढ़ आ जाती है और पार्क और अन्य खुले स्थान जलमग्न हो जाते हैं और आवारा मवेशी मुख्य सड़कों और गलियों में उतर जाते हैं।