एकनाथ शिंदे गुट लगातार शिवसेना पर अपना अधिकार जता रहा है। इस बीच शिवसेना से निकालने पर गोवा में बैठे बागी विधायक भड़क गए। शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने कहा है कि वे उद्धव ठाकरे के खिलाफ नहीं बोलेंगे, लेकिन हमारी भी एक सीमा है। उन्होंने कहा, ‘हम अभी भी मानते हैं कि वह हमारे नेता हैं। हमारे पास सभी सवालों के जवाब हैं लेकिन इसकी एक सीमा है।’
उन्होंने कहा, ”कार्यकर्ता 100 रुपये के हलफनामे पर हस्ताक्षर कर रहे हैं कि वे शिवसेना नहीं छोड़ेंगे। शिव बंधन (जब कोई व्यक्ति शिवसेना में शामिल होता है) प्यार का ‘बंधन’ है और यह अभी भी हमारे साथ है। यह सिर्फ कार्यकर्ताओं को गुमराह करने के लिए है।” वह एकनाथ शिंदे के शिवसेना से निकालने की घटना के बाद प्रतिक्रिया दे रहे थे।
उन्होंने कहा, ”कहा जा रहा है कि एकनाथ शिंदे को पार्टी से निकाल दिया गया है। इसे चुनौती दी जाएगी। यह लोकतंत्र को प्रभावित करेगा।”