उदयुपर में कन्हैयालाल की क्रूरता से हत्या के बाद पूरे राजस्थान में माहौल शांत लेकिन तनावपूर्ण है। गुरुवार को उदयपुर में हिंदू समाज के हजारों लोग सड़कों पर उतरे और मौन जुलूस निकालकर खामोशी से अपना आक्रोश जाहिर किया। लोग हाथों में तिरंगा और भगवा झंडा लेकर सड़क पर चले। कई लोगों ने हाथ में पोस्टर लेकर आरोपियों के खिलाफ फांसी की मांग की।
कन्हैयलाल की जघन्य हत्या के विरोध में उदयपुर में सर्व समाज की ओर से मौन जुलूस निकाला गया। ब्राह्मण, राजपूत, सिख, श्रीमाली समाज, गौड़ समाज, खंडेलवाल समेत अन्य समाज के हजारों लोग सुबह 9:30 बजे टाउनहॉल परिसर में जुटे। यहां से जुलूस के रूप में पैदल ही चलते हुए कलेक्ट्री पहुंचे।
सबसे आगे धर्मगुरुओं को रखा गया था। इसके बाद अलग अलग समाज के लोगों की कतारें थीं। कलेक्ट्री पर युवाओं ने नारेबाजी की और हत्यारों को फांसी देने की मांग की। हालांकि, इस दौरान आयोजकों की ओर से लगातार अपील की जाती रही कि सबको शांति से अपना विरोध प्रकट करना है। किसी को संयम नहीं खोना है। किसी तरह की आत्तिजनक नारेबाजी नहीं करन है। वहीं, प्रशासन से इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने देने का आश्वासन दिया गया।
कायम है कर्फ्यू और नेटबंदी
कन्हैया की हत्या से उपजे आक्रोश और गुस्से को देखते हुए उदयपुर के थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू को अभी बरकरार रखा गया है। इंटरनेट भी अभी तक बंद है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशवासियों के नाम अपील जारी करते हुए कहा है कि सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है, सभी लोग शांति बनाए रखें।