मध्य प्रदेश में अपनी सियासी जमीन तलाशने एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार की रात जबलपुर के सुब्बाह शाह मैदान में पार्षद पद के 7 उम्मीदवारों के लिए जनसभा को संबोधित किया।
ओवैसी को सुनने के लिए शाम से ही जनता इस मैदान पर जुट गई थी और जब ओवैसी सभा में पहुंचे तो जनता बेकाबू हो गई। भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस के भी पसीने छूट गये। यहां ओवैसी ने कांग्रेस और भाजपा पर जमकर हमला बोला।
ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर भी वार किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बॉर्डर पर भी ध्यान दीजिए, जहां चीन धीरे-धीरे भारत की जमीन पर कब्जा कर रहा है। ओवैसी ने कहा कि जबलपुर वालों, चिंता मत करो, मैं फिर से जल्द जबलपुर आउंगा। ओवैसी ने अपने भाषण में कहा कि पहली बार जबलपुर आया हूं और इंशा अल्लाह ये आखिरी मर्तबा नहीं होगा।
लीडर पैदा करना होगा तब विकास होगा
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा की अल्पसंख्यक समाज हो, आदिवासी हो या दलित, जब तक ये लोग लीडर पैदा नहीं करेंगे तब तक कुछ नहीं हो सकता। राज्य में मुसलमानों का जो हाल है वो सबके सामने है। उन्होंने कहा, ‘मुझे मालूम है कि मेरे यहां से जाने के बाद कांग्रेस-बीजेपी वाले लोग बोलेंगे कि ओवैसी जबलपुर में आकर भड़काऊ भाषण देकर गया। जबलपुर हो या मध्य प्रदेश, मुसलमानों की खराब हालत है। मैं पूछता हूं कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है?’
हर क्षेत्र में पिछड़े हैं मुसलमान
ओवैसी ने अपने भाषण में आगे कहा, ‘ऑल इंडिया सर्वे ऑफ एजुकेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, हायर एजुकेशन में लगभग 30 लाख लोग रजिस्टर्ड हैं। इसमें से मुसलमान केवल 44 हजार के आसपास हैं यानी दो फीसदी। मैं कांग्रेस और भाजपा के लोगों से पूछना चाहता हूं कि इसका जिम्मेदार कौन है? मैं आपसे कहना चाहता हूं जब तक आप एक सियासी ताकत बनकर नहीं उभरेंगे कुछ बदलने नहीं वाला।’
ये पहला मौका है जब ओवैसी ने जबलपुर में सभा को संबोधित किया है। इस दौरान उनकी पार्टी से जबलपुर नगर निकाय चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने वाले सभी प्रत्याशी उपस्थित रहे।