कोतवाली पुलिस क्षेत्र के अंतर्गत रतबे गांव में एक निजी स्कूल के शिक्षक ने दो वर्षीय बच्ची से दुराचार करने के बाद उसकी हत्या कर दी। शव घर से करीब सौ मीटर दूर एक बरसाती नाले (गधेरे) में फेंक दिया। नौ दिन पहले हुई इस घटना का रविवार को पुलिस ने खुलासा कर आरोपी को जेल भेज दिया है।
बीते 18 जून को रतबे गांव में नेपाली मूल के एक श्रमिक की दो वर्षीय बेटी अचानक घर से लापता हो गई थी। गांव में अफवाह फैल गई कि बच्ची को गुलदार ले गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पास के एक नाले से बच्ची का शव बरामद किया था।
जांच में मामला संदिग्ध लगा। बच्ची के पिता ने अज्ञात के विरुद्ध हत्या की तहरीर पुलिस को दी थी। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर एसओजी टीम गठित की। जांच में परिजनों और सभी संदिग्धों से पूछताछ की गई।
एसपी बागेश्वर अमित श्रीवास्तव ने रविवार को बताया कि रतबे गांव निवासी हत्यारोपी धीरज तिवारी पुत्र मनोज तिवारी के मकान में नेपाली मूल के श्रमिक का परिवार रहता था। बच्ची के रिश्ते की भाभी के साथ हत्यारोपी लंबे समय से धमकी देकर शारीरिक संबंध बना रहा था।
घटना के दिन बच्ची ने उसे महिला के साथ संबंध बनाते हुए उसे देख लिया। आरोपी ने भेद खुलने की डर से दो वर्ष की मासूम के साथ भी दुराचार किया और उसकी हत्या कर दी। बच्ची के शव को गधेरे में पत्थर के नीचे दबा दिया। पूछताछ में चश्मदीद गवाह बच्ची की रिश्ते की भाभी ने राज उगल दिया।