अररिया जिले के फारबिसगंज-अररिया एनएच किनारे पोठिया गांव में मवेशी कारोबारी के किराए के आवास पर डकैती के दौरान बदमाशों ने खूब उधम मचाया। वारदात के दौरान पहले बदमाशों ने मकान मालिक को गन प्वाइंट पर लिया। फिर पूरे परिजनों को बंधक बनाकर डकैती की घटना को अंजाम दिया।
कारोबारी के कमरे में रखे आलमीरा को तोड़कर अपराधियों ने करीब 5 लाख रुपये लूट, लेकिन बगल के तिजोरी को नहीं तोड़ पाए। घटना के समय कारोबारी हसीब आलम उर्फ सीपू अपने गांव कानपुर में थे, जबकि उनका छोटा भाई शहजाद आलम घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर था।
बताया गयाा है कि सभी अपराधी स्कॉर्पियो से आए थे और उन सभी बदमाशों ने अपनी पहचान छिपाने के लिए मास्क, नकाब तथा गमछा बांध रखा था। गोदरेज के बगल में रखे लेदर का बैग एवं सीसीटीवी का डीवीआर समझ कर टीवी का सेट बॉक्स भी अपने साथ ले गए ।
इस संबंध में मकान मालिक जहांगीर पिता मोहम्मद हैफज ने बताया कि करीब 8-10 की संख्या में हथियारों से लैस अपराधी आए और गन प्वाइंट पर किराना दुकान से आवास ले गए, जहां उनके पिता, मां, पत्नी व अन्य परिजनों को बंधक बनाकर किराया वाला कमरे को तोड़कर लूटपाट की। देर रात तक खेत जोत रहे ट्रैक्टर चालकों ने बताया कि घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर दो स्कॉर्पियो आकर रुकी थी, जिसमें से 8-10 आदमी उतर कर घटना को अंजाम देने गए थे।
सूचना के बाद ही देर रात एसडीपीओ रामपुकार सिंह सदलबल घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी। सिमराहा के प्रभारी थाना अध्यक्ष अनिल मिश्रा, दारोगा गोपाल जी सिंह सदलबल रविवार को घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की तफ्तीश की। टूटे आलमीरा का मुआयना किया एवं तिजोरी खुलवाने का भी प्रयास किया। बताया गया कि छेड़छाड़ करने के कारण तिजोरी अपनी मूल चाबी से भी नहीं खुली। पुलिस के अनुसार तिजोरी का स्टेटस जानना बहुत जरूरी है ताकि गोदरेज में रखे राशि का सत्यापन किया जा सके।