मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तिहाड़ जेल में बद दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन को सोमवार को लोक नायक जय प्रकाश (LNJP) अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 57 वर्षीय जैन का ऑक्सीजन लेवल कम होने की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां अब उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार, कमर दर्द और दिल की धड़कन तेज होने के बाद तिहाड़ जेल से जैन को पहले जीबी पंत में भेजा गया था और फिर वहां से एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जैन को धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धाराओं के तहत 30 मई को गिरफ्तार किया था। जैन फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। गत अप्रैल में ईडी ने जैन परिवार की कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क किया था।
दो दिन पहले खारिज हुई थी जमानत याचिका
बता दें कि, ईडी द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पिछले महीने गिरफ्तार किए गए सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका शनिवार को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने खारिज कर दी थी। जैन ने ‘स्लीप एपनिया’ बीमारी से पीड़ित होने की बात कहकर जमानत मांगी थी।
विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने जैन को राहत देने से इनकार करते हुए कहा था कि उनकी चिकित्सा स्थिति दिखाने वाले दस्तावेजों के अभाव में आरोपी को केवल इस आधार पर जमानत पर नहीं छोड़ा जा सकता कि वह ‘स्लीप एपनिया’ से पीड़ित हैं। अदालत ने कहा था कि अभी मामले की जांच अब भी चल रही है और आरोपी प्रभावशाली पद है, इसलिए साक्ष्यों को प्रभावित किए जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। न्यायाधीश ने कहा कि मामले के तथ्यों और परिस्थितियों तथा आरोपी के खिलाफ आरोपों की प्रकृति को ध्यान में रखते हुए जमानत याचिका खारिज की जाती है।
अदालत ने जैन के वकील की इस दलील को भी खारिज कर दिया कि आरोपी ‘स्लीप एपनिया’ से पीड़ित है, जो काफी गंभीर है। जैन के वकील ने दावा किया था कि सहायक की अनुपस्थिति में मशीन हटने अथवा मरीज द्वारा हटाए जाने अथवा बिजली आपूर्ति बाधित होने पर मरीज की अचानक मौत हो सकती है। उन्होंने कहा था कि मशीन के चालू रहने के लिए बिजली का ‘बैकअप’ जरूरी है, जो जेल में नहीं है। वकील ने यह भी कहा था कि कोविड-19 के दौरान आरोपी को गंभीर निमोनिया हुआ था और वह मुश्किल से ही बच पाए थे।