राज्यसभा चुनाव में महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन को भारी झटका लगा है। भाजपा ने शिवसेना के खिलाफ सीधे मुकाबले में राज्य में तीन सीटों पर जीत दर्ज की। इस तरह राज्य की छह राज्यसभा सीटों पर भाजपा और गठबंधन ने तीन-तीन सीटें जीतीं। ये नतीजे राज्य में आगामी एमएलसी और निकाय चुनावों को प्रभावित कर सकते हैं।
भाजपा के धनंजय महादिक ने छठी सीट पर शिवसेना के संजय पवार को हरा दिया, जिसके नतीजे करीब शनिवार को आए। बीजेपी के पक्ष में अप्रत्याशित रूप से 10 वोट मिले। जीत के लिए एक प्रत्याशी को 41 वोटों की जरूरत थी। अन्य विजेताओं में भाजपा के पीयूष गोयल और अनिल बोंडे, कांग्रेस के इमरान प्रतापगढ़ी, एनसीपी के प्रफुल्ल पटेल और शिवसेना के संजय राउत शामिल हैं। पीयूष गोयल और अनिल बोंडे दोनों को 48 वोट मिले।
आज देखने को मिली भाजपा की ताकत: फडणवीस
राज्यसभा चुनाव पर महाराष्ट्र के पूर्व CM और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “आज हम सभी के लिए बहुत खुशी की बात है कि महाराष्ट्र में राज्यसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के तीनों प्रत्याशी चुनकर आए हैं। पीयूष गोयल को सबसे ज्यादा 48 वोट मिले हैं और अनिल बोंडे को भी 48 वोट मिले हैं। हमारे तीसरे प्रत्याशी भी शिवसेना के संजय राउत से ज्यादा वोट लेकर चुनकर आए हैं। भाजपा की ताकत आज हमको देखने को मिली है।”
केंद्रीय मंत्री और महाराष्ट्र से भाजपा के राज्यसभा उम्मीदवार पीयूष गोयल ने कहा, “जिस कुशलता के साथ पूरी पार्टी एकजुट होकर लगी थी, उन्होंने दिखा दिया कि भाजपा को ही प्रदेश में लोगों ने चुना था। फिर एक बार जनता को मौका मिलेगा और जनता भाजपा के साथ खड़ी है।”
राज्यसभा चुनाव की प्रक्रिया पेचीदा: संजय राउत
महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि हमारे दूसरे उम्मीदवार संजय पवार को पहली वरीयता के सबसे ज्यादा 33 वोट मिले हैं, लेकिन राज्यसभा चुनाव प्रक्रिया पेचीदा है। दूसरी वरीयता के वोट के आधार पर भाजपा उम्मीदवार को बढ़त मिल गई। हमारा एक वोट अमान्य भी घोषित किया गया।
नियमों के उल्लंघन को लेकर देर से शुरू हुई मतगणना
महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनावों की मतगणना निर्वाचन आयोग की अनुमति मिलने के बाद देर रात एक बजे के बाद शुरू हो पाई। मतगणना शुक्रवार शाम पांच बजे शुरू होनी थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका, क्योंकि भाजपा ने आयोग का रुख कर सत्तारूढ़ महाविकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के तीन विधायकों पर नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया। राकांपा के प्रदेश प्रमुख और चुनाव प्रभारी जयंत पाटिल ने कहा कि मतगणना आठ घंटे के इंतजार के बाद शुरू हुई।
राज्य में मतगणना रोक दी गई थी, क्योंकि विपक्षी भाजपा ने एमवीए के तीन विधायकों- कैबिनेट मंत्री जितेंद्र आव्हाड (राकांपा) और यशोमती ठाकुर (कांग्रेस) और शिवसेना के विधायक सुहास कांडे पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था। भाजपा ने आरोप लगाया कि आव्हाड और ठाकुर ने अपने-अपने मतपत्र अपनी पार्टी के एजेंट को सौंप दिए, जबकि कांडे ने दो अलग-अलग एजेंट को अपना मतपत्र दिखाया।