समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि सरकार को भड़काऊ बयानबाजी करने वालों पर कड़ी कार्यवाही करने में देर नहीं करनी चाहिए ताकि आहत भावनाओं का सम्मान हो सके। साथ जनता से समाजवादी पार्टी की अपील है कि वह सब्र से काम ले और शांति का वातावरण बनाने में सहयोग करें।
अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि भारत पंथनिरपेक्ष राष्ट्र-राज्य है। यहां किसी धर्म के अनुयायियों की भावनाओं को आहत करने का कोई भी प्रयास निंदनीय है और उसकी स्वीकृति नहीं दी जा सकती है। अखिलेश यादव ने कहा कि दुर्भाग्य से देश में पिछले कुछ समय से संविधान की मूल भावना के विरुद्ध आचरण होता दिखाई दे रहा है।
नफरत और समाज को बंटवारे की कोशिशें होती हैं। इससे परस्पर वैमनस्य और असुरक्षा की भावना को बढ़त मिली है। सरकार को इस सम्बंध में विशेष सतर्कता बरतते हुए आदर्श राजधर्म का पालन करना चाहिए। समाज के हर वर्ग और सम्प्रदाय के मान सम्मान की रक्षा भाजपा सरकार का नैतिक और संवैधानिक दायित्व है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि भारत और खासकर उत्तर प्रदेश अनेकता में एकता और गंगा-जमुनी सभ्यता-संस्कृति वाला प्रदेश है। यहां बहुधर्मी, बहुभाषी और बहुसंस्कृतियों, परम्पराओं के लोग रहते हैं। इनके बीच सद्भावना और सौहार्द से ही अमन-चैन बना रह सकता है। परस्पर एक दूसरे की भावनाओं के सम्मान और समन्वय से ही समाज में शांति रह सकती है।