कांग्रेस विधायकों का उदयपुर में बाड़ेबंदी का आज अंतिम दिन है। सीएम गहलोत आज सभी विधायक और मंत्रियों के साथ जयपुर के लिए रवाना होंगे। जयपुर में सभी विधायकों को एक दिन का वोट डालने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। सीएम गहलोत ने दावा किया है कि पार्टी के सभी विधायक एकजुट है। कांग्रेस तीनों सीटें जीतेगी। गहलो ने कहा कि भाजपा के पास दूसरी सीट जीतने के लिए पर्याप्त वोट नहीं है। इसके बावजूद दूसरा प्रत्याशी खड़ा किया है। मतलब साफ है कि भाजपा चुनाव में कालेधन का इस्तेमाल कर विधायकों की खरीद फरोख्त को बढ़ावा देगी। भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष चंद्रा ने दावा किया है कि कांग्रेस के 8 विधायक क्राॅस वोटिंग करेंगे। हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी के 3 विधायकों का सपोर्ट मिलने से कुल संख्या 74 हो जाती है। फिर दूसरे उम्मीदवार को जीत के लिए 8 वोट चाहिए। कांग्रेस किसी हालत में 8 वोट खिसकने नहीं देना चाहती है
बीटीपी ने बढ़ाया कांग्रेस का दर्द
बीटीपी ने अपने दोनों विधायकों को राज्यसभा चुनावा में शामिल नहीं होने के लिए व्हिप जारी किया है। ऐसे कांग्रेस का गणित 126 से 123 पर आ गया है। सुभाष चंद्रा का दावा सही माने को कांग्रेस के चार विधायकों को बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में टिकट देने का वादा किया है। निर्दलीय विधायक बलजीत यादव की स्थिति पूरी तरह साफ नहीं हो पाई है। हालांकि, बलजीत यादव उदयपुर में कांग्रेस की बाड़ेबंदी में शामिल हुए है। शेष तीन बचे विधायकों पर किरोड़ी फैक्टर हावी होने की चर्चाएं तेजी से चल रही है। इन में निर्दलीय विधायक भी बताए जा रहे हैं। विधानसभा में मौजूदा संख्या बल के हिसाब से BJP एक सीट पर जीत रही है। दूसरी सीट के लिए उसे 11 वोट चाहिए। भाजपा ने घनश्याम तिवाड़ी को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है।
एक सीट के लिए 41 वोट चाहिए
भाजपा के 71 विधायक हैं। एक सीट जीतने के लिए 41 विधायकों के वोट चाहिए। दो उम्मीदवारों के लिए 82 वोट चाहिए। भाजपा समर्थक दूसरे उम्मीदवार सुभाष चंद्रा को आरएलपी के समर्थन के बाद सुभाष चंद्रा को 8 वोट चाहिए। कांग्रेस के रणनीतिकार कांग्रेस के 108, 13 निर्दलीय, एक आरएलडी, दो सीपीएम और दो बीटीपी विधायकों को मिलाकर 126 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहे हैं। इसलिए मुकाबला बहुत रोचक है। कांग्रेसी खेमे से भाजपा कुछ निर्दलीयों और नाराज कांग्रेस विधायकों में सेंध लगाने के प्रयास में है।
कांग्रेस को चाहिए निर्दलीय विधायकों का साथ
राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस 4 में 3 सीट जीतने के लेकर आश्वस्त है। कांग्रेस को तीसरी सीट के लिए निर्दलीय विधायकों की जरूरत पड़ेगी। भाजपा की एक सीट पक्की है, जबकि दूसरी सीट के लिए निर्दलीय विधायकों का समर्थन चाहिए। सभी 13 निर्दलीय विधायक गहलोत सरकार को समर्थन दे रहे हैं। निर्दलीय विधायकों के दम पर बीजेपी सियासी लाभ उठाना चाहती है। बीजेपी नेताओं को उम्मीद है कि गहलोत कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज चल रहे निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिल सकता है। राजस्थान विधानसभा में संख्या बल कांग्रेस के पक्ष में है। संभावना है कि यदि उलटफेर नहीं हुआ तो मौजूगा संख्या बल के हिसाब से कांग्रेस 4 में 3 राज्यसभा की सीट आसानी से जीत जाएगी।