जयपुर रवाना होने के लिए कांग्रेस के बाड़े से बाहर आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को केंद्र सरकार और भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि नफरत और ध्रुवीकरण की भाजपा की राजनीति ने दुनिया में देश का नाम खराब किया है।
गहलोत ने कहा, ‘जो सम्मान हमारे नेताओं ने सत्तर सालों में कमाया था, उसे खत्म किया जा रहा है। यही हाल रहा तो दुनिया में देश अलग-थलग हो जाएगा। आप समझ सकते हैं कि अमेरिका क्या बोल रहा है… अरब देश क्या कह रहे हैं? भाईचारे से ही देश में विकास और दुनिया के साथ चला जा सकता है।’
ध्रुवीकरण के लिए नफरत फैला रही भाजपा
गहलोत ने कहा कि नफरत की राजनीति करने वालों को केंद्र सरकार और भाजपा शह दे रही है। भाजपा प्रवक्ता नुपूर शर्मा का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि सस्पेंड कर सिर्फ एक संदेश दिया है, बाकी तो ऐसे लोगों को कहा जा रहा है डोंट वरी…। देश के लोगों को, युवाओं को इस बात को समझना चाहिए। नफरत और ध्रुवीकरण की राजनीति हमें कहां ले जा रही है? राजस्थान में बारां में क्या हुआ? चित्तौड़गढ़ और जोधपुर में क्या हो रहा है? इस तरह नफरत फैलाई जा रही है ताकि वोटों का ध्रुवीकरण हो सके। उन्होंने कहा कि देश का विकास भाईचारा कायम करे बगैर नहीं होगा।
हॉर्स ट्रेडिंग में फेल हुई भाजपा: गहलोत
राज्यसभा चुनावों को लेकर भी गहलोत ने भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने इस बात को दोहराया कि जब सरकार संकट में थी तो विधायकों को करोड़ों रुपये के ऑफर मिल रहे थे, तब भी विधायकों ने हमारा साथ दिया। ऐसे में भाजपा ने सोच कैसे लिया कि वे राज्यसभा चुनावों में विधायकों को खरीद लेंगे। गहलोत ने दावा किया कि भाजपा नेता दबाव बनाने के लिए ईडी का इस्तेमाल कर रहे हैं, कभी चुनाव आयोग को पत्र लिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपके पास संख्या बल था नहीं तो आपने दूसरे प्रत्याशी को समर्थन देकर खड़ा ही क्यों किया? यह लोकतंत्र नहीं है। राजस्थान में भाजपा की हॉर्स ट्रेडिंग पूरी तरह फेल हो चुकी है। अब तरह तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। हम राज्यसभा की तीनों सीटें जीतने वाले हैं।