आंधी-तूफान के चलते मई महीने में मौसम काफी हद तक सामान्य रहा। महीने के दौरान सामान्य से 142 फीसदी तक ज्यादा बारिश हुई। इससे पहले मार्च के महीने में अधिकतम तापमान सामान्य से 3.3 डिग्री सेल्सियस और अप्रैल के महीने में सामान्य से 3.9 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा था।
दिल्ली में आमतौर पर मार्च का महीना सुहाने मौसम वाला रहता है। जबकि, अप्रैल के महीने में हल्की गर्मियों की शुरुआत होती है। लेकिन, नियमित अंतराल पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ नहीं आने और बारिश नहीं होने के चलते दिल्ली के लोगों को मार्च और अप्रैल के महीने में ही तेज झुलसाने वाली गर्मियों का सामना करना पड़ा। मई के पहले पखवाड़े में भी तेज झुलसाने वाली गर्मी और लू का आलम बना रहा। लेकिन, मई के दूसरे पखवाड़े में मौसम ने करवट बदली और नियमित अंतराल पर धूलभरी आंधी, तेज हवा के साथ बारिश जैसी गतिविधि होती रही।
इन गतिविधियों के चलते मई के दूसरे पखवाड़े में तापमान सामान्य रहा। इस दौरान खासतौर पर 23 और 30 मई को मौसम की बड़ी गतिविधि हुई। दोनों ही दिन तेज हवा के साथ बारिश हुई। इससे तापमान में खासी गिरावट दर्ज की गई।
आज हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना
दिल्ली में शुक्रवार को बूंदाबांदी हो सकती है। हालांकि, इससे तापमान में खासी गिरावट आने के आसार नहीं हैं। सफदरजंग मौसम केन्द्र में दिन का अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है। यहां न्यूनतम तापमान 26.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री कम है। नजफगढ़ क्षेत्र सबसे गर्म रहा। यहां अधिकतम तापमान 44.9 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग का अनुमान है कि शुक्रवार को कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है।
धूल के कारण दिल्ली के दो इलाकों की हवा बेहद खराब
दिल्ली के दो इलाकों चांदनी चौक और आनंद विहार की हवा गुरुवार के दिन बेहद खराब श्रेणी में रही। इन स्थानों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के अंक के ऊपर रहा। समग्र तौर पर दिल्ली की हवा खराब श्रेणी में बनी हुई है।
दिल्ली के लोगों को मौसम के अलग-अलग कारकों की वजह से इस बार सामान्य से ज्यादा प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है। खासतौर परं बुधवार के दिन रेगिस्तान की धूल के चलते वायु गुणवत्ता तेजी से खराब हो गई थी। वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब श्रेणी में पहुंच गया था। बाद में चली तेज हवाओं के चलते रेगिस्तानी धूल काफी हद तक साफ हो गई है। लेकिन, अभी भी हवा खराब श्रेणी में बनी है।
सीपीसीबी के मुताबिक गुरुवार के दिन दिल्ली का औसत एक्यूआई 202 के अंक पर रहा। जिसे खराब श्रेणी में रखा जाता है। एक दिन पहले बुधवार के दिन यह सूचकांक 322 के अंक पर रहा था। सफर का अनुमान है कि अगले तीन दिनों के बीच वायु गुणवत्ता का यह स्तर बना रहेगा।