पाकिस्तान की सत्ता से बेदखल किए गए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि शहबाज सरकार या तो नए सिरे से चुनाव कराए या और बड़े विरोध का सामना करने के लिए तैयार रहे। राजधानी इस्लामाबाद में हजारों समर्थकों का नेतृत्व करते हुए इमरान खान ने ये चेतावनी दी।
सैकड़ों समर्थकों के साथ पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का काफिला सरकार द्वारा उन्हें रोकने के लिए लगाए गए अवरोधकों को हटाते हुए बुधवार को आगे बढ़ा। वहीं उच्चतम न्यायालय ने अधिकारियों को इस्लामाबाद में प्रदर्शन रैली की अनुमति देने का निर्देश दिया और गिरफ्तारी से खान को संरक्षण प्रदान किया। इमरान का काफिला जैसे ही इस्लामाबाद पहुंचा तो वैसे ही राजधानी में झड़पें शुरू हो गईं। राजधानी को बंद कर दिया गया और देश भर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं।
पिछले महीने एक अविश्वास मत के माध्यम से सत्ता से हटाए जाने के बाद से, क्रिकेट स्टार से राजनेता बने इमरान खान ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करके देश के नाजुक नई गठबंधन सरकार पर दबाव डाला है। इमरान ने दावा किया था कि उन्हें “विदेशी साजिश” के तहत पद से हटाया गया था।
बुधवार रात इमरान खान ने हजारों की भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, “मैं इस इम्पोर्टेड सरकार को छह दिनों के भीतर चुनावों की घोषणा करने के लिए एक संदेश देना चाहता हूं। एसेंबली को भंग करें और जून में चुनाव कराएं।” उन्होंने चेतावनी दी कि अगर चुनाव निर्धारित नहीं हुए तो वह अगले सप्ताह एक नई रैली शुरू करेंगे, और अपने समर्थकों से तितर-बितर होने का आह्वान किया। इमरान खान को सत्ता से बाहर करने के लिए एक साथ आई गठबंधन सरकार ने बार-बार कहा है कि उसकी चुनाव कराने की कोई योजना नहीं है।
ट्रक पर सवार होकर मार्च का नेतृत्व कर रहे पूर्व प्रधानमंत्री खान (69) ने ट्वीट किया, ‘‘इस आयातित सरकार द्वारा कोई भी प्रायोजित उत्पीड़न और फासीवाद हमारे मार्च को रोक नहीं सकता है।’’ खान अपने समर्थकों के साथ शाम करीब छह बजे पंजाब में दाखिल हुए। इससे पहले काफिले को रोकने के लिए अटक पुल पर सरकार द्वारा लगाए गए अवरोधकों को खान के समर्थकों ने हटा दिया।
खान ने उन खबरों को भी खारिज कर दिया कि प्रदर्शन मार्च को लेकर सरकार के साथ उनका समझौता हो गया है। खान ने कहा कि वह इस्लामाबाद में प्रदर्शन मार्च और धरने के अपने कार्यक्रम पर आगे बढ़ेंगे जब तक कि पाकिस्तानी प्राधिकार नये सिरे से चुनाव की घोषणा नहीं कर देता।
खान ने ट्वीट किया, ‘‘अफवाहें फैलाई गईं और जानबूझकर दुष्प्रचार किया गया कि एक समझौता हुआ है। बिल्कुल नहीं। हम इस्लामाबाद की ओर बढ़ रहे हैं और किसी समझौते का कोई सवाल ही नहीं है। एसेंबली भंग करने और चुनाव की तारीखों की घोषणा होने तक हम इस्लामाबाद में रहेंगे। मार्च में इस्लामाबाद और रावलपिंडी के सभी लोगों से शामिल होने का आह्वान करता हूं।’’
इससे पहले ‘दुनिया’ न्यूज चैनल ने एक खबर में बताया था कि सेना के हस्तक्षेप के बाद पाकिस्तान सरकार ने खान की पार्टी के ‘आजादी मार्च’ को इस्लामाबाद में आयोजित करने की अनुमति दे दी है। सत्तारूढ़ पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने भी खान की पार्टी के साथ किसी भी समझौते के बारे में खबर को खारिज कर दिया।
गुरुवार को राजधानी में इमरान खान ने एक बड़ी रैली करने का ऐलान किया है, जिसके बाद अब सरकार ने सुरक्षा के लिए सेना को बुला लिया है। संविधान की धारा 245 के तहत पाकिस्तानी सरकार ने राजधानी के रेड जोन इलाकों की सुरक्षा के लिए सेना को बुलाया है।