एटीएम बूथ में लोगों से डेबिट कार्ड बदलकर ठगी करने वाले गिरोह के बदमाश अब स्वाइप मशीन का प्रयोग कर रहे हैं। खाते से लिमिट से अधिक रुपये निकालने के लिए इसका प्रयोग किया जा रहा है।
दरअसल, डेबिट कार्ड में प्रत्येक दिन की लिमिट के चलते एटीएम से अधिक रुपये नहीं निकाल सकते हैं। ऐसे में स्वाइप मशीन में डेबिट कार्ड का प्रयोग कर बदमाश बैंक खाते से एक ही दिन में सभी रुपये ट्रांसफर कर लेते हैं। हाल ही पुलिस ने ऐसे कई गिरोह को पकड़ा है, जिनके पास से स्वाइप मशीन बरामद हुई हैं। बाहरी दिल्ली पुलिस ने ऐसे गिरोह के सदस्य राहुल व अमित को गिरफ्तार किया था, जिनके पास से 31 डेबिट कार्ड और स्वाइप मशीन बरामद हुई थी।
वहीं 21 मई को उत्तर पूर्वी जिला पुलिस ने फिरोज को गिरफ्तार मोबाइल फोन व सिमकार्ड बरामद किए थे। फिरोज अपने साथी पप्पू व फक्कू के साथ स्वाइप मशीन से वारदात को अंजाम दे रहा था।
फर्जी दस्तावेजों से खुलवाते हैं अकाउंट
पुलिस जांच में पता चला है कि बदमाश फर्जी कागजात के जरिए बैंकों के एप से खाता खुलवाते हैं। फिर उन बैंकों में जाकर उस खाते का केवाईसी करा लेते हैं। इसके बाद उसे खाते को व्यवसाय के रूप में प्रयोग करने के लिए स्वाइप मशीन का आवेदन करते हैं। स्वाइप मशीन मिलने के बाद वारदात में उसका प्रयोग करने लगते हैं।
न्यू उस्मानपुर में रहने वाली डॉली एटीएम बूथ में रुपये निकालने गई थीं। वहां पहले से मौजूद दो युवक बूथ के बाहर मौजूद थे। वह जबरन उनकी मदद करने लगे। वह घर पहुंची तो उनके बैंक खाते 61 हजार रुपये निकालने का मैसेज आया। उन्हें देखा तो उनका डेबिट कार्ड बदला हुआ था। डॉली के डेबिट कार्ड की लिमिट प्रत्येक दिन के लिए 20 हजार रुपये थी। खुलासे में पता चला कि बदमाशों ने स्वाइप मशीन का प्रयोग कर रुपये ट्रांसफर किए थे।
ऐसे करते हैं ठगी
गिरोह के बदमाश बिना सुरक्षागार्ड वाले एटीएम बूथ के पास वारदात की फिराक में रहते हैं। जैसे ही उन्हें एटीएम बूथ में अंदर कोई बुजुर्ग, महिला व अनपढ़ व्यक्ति घुसते हुए दिखाई देता है, वैसे ही वह पीछे से बूथ में घुस जाते हैं। फिर एटीएम से रुपये निकलवाने में मदद करने लगते हैं। इस दौरान वह उनका पिन कोड देखकर डेबिट कार्ड बदल लेते हैं। उन डेबिट कार्ड का प्रयोग एटीएम में करने के बजाए स्वाइप मशीन में कर खाते से सभी रुपये ट्रांसफर कर लेते हैं।
खजूरी खास में 23 अप्रैल को सईदुल इस्लाम एक एटीएम बूथ में रुपये निकालने गए थे। एटीएम बूथ में मदद के बहाने बदमाशों ने उनका डेबिट कार्ड बदल लिया। वह घर पहुंचे तो 30 हजार रुपये निकालने का मैसेज आया। इसके थोड़ी देर बाद एक लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए गए। सईदुल इस्लाम के अनुसार, उनके बैंक खाते से एक दिन में 30 हजार रुपये निकल पाते थे।
किसी के सामने पिन कोड न डालें। सुरक्षा गार्ड वाले एटीएम से रुपये निकालें
बूथ में रुपये निकालने से पहले से मौजूद अनजान व्यक्ति को बाहर निकाल दें
मदद के दौरान अनजान व्यक्ति को डेबिट कार्ड और उसकी जानकारी न दें