दिल्लीवालों को सप्ताह भर तेज गर्मी से राहत मिलेगी। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले सात दिनों के बीच अधिकतम तापमान 40 डिग्री से नीचे ही रहेगा।
पश्चिमी विक्षोभ के चलते तेज हवाओं के साथ हुई बारिश ने दिल्ली के मौसम पर खासा असर डाला है। मौसम में नमी बनी हुई है। इसके चलते आमतौर पर मौसम सुहाना है। दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों में मंगलवार की सुबह से ही तेज चमकदार सूरज निकला रहा। दिन चढ़ने के साथ ही धूप भी तेज हो गई। लेकिन, आसमान में बादलों की आवाजाही बनी रही। इसके चलते तापमान में तेजी से इजाफा नहीं हुआ। मौसम में मौजूद नमी के चलते भी तपिश का अहसास नहीं हुआ।
दिल्ली के सफदरजंग मौसम केन्द्र में दिन का अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो कि सामान्य से सात डिग्री कम है। जबकि, न्यूनतम तापमान 18.9 डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य से आठ डिग्री कम है। यहां पर आर्द्रता का स्तर 97 से 55 फीसदी तक रहा।
मौसम विभाग का अनुमान है कि झुलसाने वाली गर्मियां अभी दिल्ली में लौटने वाली नहीं हैं। बुधवार के दिन अधिकतम तापमान 36 और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस और गुरुवार के दिन अधिकतम तापमान 39 और न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। इस पूरे सप्ताह हल्के बादलों की मौजूदगी रहने और बीच-बीच में गरज-चमक की गतिविधि होने की संभावना है।
दो दिन में दोगुना बरसा पानी
पश्चिमी विक्षोभ के चलते लगातार हुई बारिश ने दिल्ली में बारिश का आंकड़ा बदल दिया है। दिल्ली में मार्च में सामान्य से 100 फीसदी और अप्रैल में सामान्य से 98 फीसदी कम बारिश हुई थी। दो दिन पहले तक मई के में भी सामान्य से 88 फीसदी बारिश कम रिकॉर्ड की गई थी। लेकिन, अब बारिश के बाद आंकड़ा सामान्य से दोगुना हो चुका है।
ढाई महीने बाद साफ हुई दिल्ली की हवा
पश्चिमी विक्षोभ के चलते हुई बारिश का खासा असर दिल्ली की हवा पर देखने को मिल रहा है। मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 100 से नीचे यानी संतोषजनक श्रेणी में रहा। 27 फरवरी के बाद यह पहला मौका है जब दिल्ली की वायु गुणवत्ता इस स्तर तक साफ हुई हो। दिल्ली के लोगों को इस बार सामान्य से अधिक प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है। खासतौर पर मार्च और अप्रैल में ज्यादातर समय लोगों को खराब हवा में सांस लेना पड़ा। मई के ज्यादातर दिनों में अब तक वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में ही रही।