आजम खान 27 महीने बाद आज सीतापुर जेल से बाहर आ गए हैं। कल यानी 19 मई को सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें अंतरिम जमानत दे दी थी। देर रात उनकी रिहाई का आदेश सीतापुर जेल पहुंचा। रिहाई के बाद आजम का जेल के बाहर शिवपाल सिंह यादव, उनके दोनों बेटों और तमाम समर्थकों ने स्वागत किया। सपा के पूर्व विधायक अनूप गुप्ता के घर जलपान के बाद उनका काफिला रामपुर के लिए रवाना हो गया। रामपुर पहुंचते ही समर्थकों ने आजम पर फूलों की बारिश शुरू कर दी। घर पर सुबह से ही आजम के समर्थकों और मीडिया का जमावड़ा था। शहर में आजम का गैंड वेलकम हुआ
मेरी तबाहियों में मेरे अपना का हाथ, अखिलेश पर आजम ने साधी चुप्पी
घर पहुंचे आजम खान ने अखिलेश यादव को लेकर पूछे गए सवाल पर चुप्पी साधी। इशारों ही इशारों में आजम ने जमकर हमला भी बोला। उन्होंने शेरों-शायरी के जरिए उन्होंने कहा, मेरी तबाहियों में मेरे अपनों का हाथ। उन्होंने कहा, जेल में उन्हें एनकाउंटर की एक दारोगा ने धमकी भी दी थी। जमानत को लेकर आजम ने कहा मैंने यह साबित करने की कोशिश की थी कि मेरी ईमानदारी संदिग्ध नहीं है। मुझे सुप्रीम कोर्ट से न्याय मिला।
आजम का अखिलेश पर निशाना, बोले अपनों ने ही जड़ों में डाला जहर
लंबे अर्से बाद समर्थकों के बीच पहुंचे आजम ने इशारों ही इशारों में सपा मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा। आजम इधर, अखिलेश से काफी नाराज चल रहे हैं। उनके परिवार ने पहले ही उपेक्षा का आरोप लगाकर साफ कर दिया था कि अखिलेश यादव पार्टी के दिग्गज नेता का भरोसा खो चुके हैं। अब आजम ने कहा कि ज्यादा जुल्म अपनों ने ही किया है। उन्होंने यहां तक कहा कि दरख्तों की जड़ों में अपनों ने ही जहर डाला है।
रामपुर में बोले आजम खान- जो जुल्म हुआ वो भूल नहीं सकते
जेल से रिहा होकर 814 दिन बाद रामपुर स्थित अपने घर पहुंचे आजम खान ने समर्थकों को सम्बोधित करते हुुए कहा कि उनके परिवार के साथ जो-जो जुल्म हुए उन्हें भूल नहीं सकते। आजम ने घर पर उमड़ी भीड़ का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा-मेरे शहर को उजाड़ दिया था, सिर्फ इसलिए कि यहां तुम्हारी आबादी है। तारीख को तोड़ा-मरोड़ा जा सकता है लेकिन भुलाया नहीं जा सकता।
रामपुर सीमा पर पुलिस ने रोका आजम का काफिला
आजम खान रामपुर पहुंच गए हैं। इस बीच रामपुर की सीमा पर यूपी पुलिस ने उनका काफिला करीब 20 मिनट के लिए रोक दिया। पुलिस ने आजम के काफिले में बहुत अधिक संख्या में गाड़ियां होने की बात कही और गाड़ियां कम करा दीं। इसके बाद आजम 5 गाड़ियों के काफिले के साथ घर के लिए रवाना हुए। रामपुर में घर पहुंचने से पहले जगह-जगह आजम का स्वागत हो रहा है।