ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के राजस्थान में हुए चिंतन शिविर के बाद की घोषणा को आगे ले जाने के लिए अब राज्य स्तर पर भी इसी तरह के दो दिवसीय शिविर आयोजित करने को कहा है। इसमें सांसदों, विधायकों, संभावित उम्मीदवारों, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों और पार्टी के प्रमुख नेताओं को आमंत्रित किया जाएगा। इन शिविरों का नेतृत्व महासचिव व प्रदेश प्रभारी करेंगे। दो दिवसीय इस शिविर में उदयपुर घोषणा से उठाए गए बिंदुओं की सही तरीके से क्रियान्वति पर चर्चा की जाएगी।
एआईसीसी के महासचिव केसी वेणुगोपाल व रणदीप सुरजेवाला ने इस बारे में प्रदेश व जिला कांग्रेस कमेटियों को निर्देशित किया है। प्रदेश में शिविर आयोजित होने के बाद 11 जून को जिला कांग्रेस कमेटियों में भी अनुवर्ती अभ्यास के रूप में शिविर का आयोजन होगा। इन शिविरों में एआईसीसी के सभी महासचिव और प्रभारी पूरे दो दिन राज्य स्तरीय शिविर में बताएंगे। इसमें जिला स्तर के शिविरों का एजेंडा भी तय किया जाएगा।
जिला कांग्रेस कमेटी शुरू करेगी पदयात्रा
आपको बता दें कि एआईसीसी की ओर से भेजे गए पत्र में यह भी कहा गया है कि इस साल नौ अगस्त से प्रत्येक जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा 75 किलोमीटर लंबी पदयात्रा शुरू की जाएगी। जबकि 15 अगस्त को भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के समापन के लिए कांग्रेस के राज्य मुख्यालय में राज्य स्तरीय विशाल कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। साथ ही यह भी कहा गया है कि राज्य स्तर पर एक राजनीतिक मामलों की समिति का गठन किया जाएगा जो हर महीने एक बार बैठक करेगी।
उदयपुर में चिंतन शिविर के परिणाम
विधानसभा चुनावों के अगले दौर और 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए नव संकल्प चिंतन शिविर में तीन दिनों के विचार-मंथन के बाद, कांग्रेस ने तीन व्यापक विषयों को अपनाया है-लोगों से जुड़ना; सड़कों पर आंदोलन, और संगठनात्मक सुधारों की शुरूआत।