यूपी के बदायूं में बुधवार को पत्नी और बच्चों के साथ एसएसपी ऑफिस पहुंचे एक किसान ने खुद को आग लगा ली। किसान ने पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। एसएसपी दफ्तर पहुंचकर किसान ने खुद पर पेट्रोल छिड़का और जब तक कोई कुछ समय पाता आग लगा ली। झुलसे किसान को जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टरों ने उसे बरेली हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
बताया जा रहा है कि किसान का नाम कृष्णपाल है। वह बदायूं के सिविल लाइन्स थाना क्षेत्र के रसूलपुर का रहने वाला है। 20 दिन पहले गेहूं के उसके खेत में दबंगों ने आग लगा दी थी। आरोप है कि इस मामले की शिकायत करने के बावजूद मंडी चौकी पर तैनात चौकी इंचार्ज ने कोई कार्रवाई नहीं की। पिछले कुछ दिनों से वह थाने और अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काट रहा था लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही थी। किसान का आरोप है कि कार्रवाई की बजाए पुलिसकर्मियों ने खुद ही फैसला कर दिया और दबाव बनाने लगे। किसान के परिवार ने आरोप लगाया कि मंडी चौकी के पुलिसकर्मियों ने आरोपियों से सांठगांठ कर ली। इसी वजह से उसके मामले में अभी तक कार्रवाई नहीं की गई। उल्टे पुलिसकर्मी उस पर आरोपियों से समझौते का दबाव बनाते रहे।
दु:खी होकर उसने आज एसएसपी ऑफिस पहुंचकर आत्मदाह की कोशिश की। किसान ने खुद पर पेट्रोल छिड़का और आग लगा ली। किसान को जलता देख आसपास मौजूद लोगों ने आग बुझाई और किसान को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया ये घटनाक्रम
मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को 11:45 बजे एसएसपी ऑफिस पहुंचे किसान ने वहां तैनात पुलिसकर्मी से एसएसपी से मुलाकात कराने की गुजारिश की। पुलिस ने थोड़ी टाल-मटोल की तो किसान ने बैग से पेट्रोल भरी बोतल निकाली और खुद पर छिड़ककर आग लगा ली। इस दौरान कुछ लोगों ने उसे बचाने की बजाए वीडियो बनाना शुरू कर दिया। किसान के खुद को आग लगाने के बाद वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने जैसे-तैसे से उसके आग को बुझाया और उसे जिला अस्पताल पहुंचाया। इस घटनाक्रम के दौरान कुछ पुलिसकर्मी लोगों से घटना का वीडियो डिलीट कराते भी देखे गए।