मध्य प्रदेश के रीवा जिला मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर नकली नशीला कफ सीरप बनाने का कारोबार संचालित किया जा रहा था। पुलिस ने ना सिर्फ इस अवैध कारोबार का भंडाफोड़ किया बल्कि कारोबार में शामिल गिरोह के 4 सदस्यों को भी गिरफ्तार भी किया है।
कार्रवाई के दौरान आरोपियों के ठिकाने से पुलिस को नकली नशीली कफ सीरप बनाने में प्रयुक्त अलग-अलग कलरयुक्त पानी के साथ खाली शीशियां व नकली कफ सीरप मिली हैं। मामले में पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज करने के बाद न्यायालय में पेश कर दिया गया है। दरअसल यह कार्रवाई एसपी के निर्देश पर गठित टीम सहित रायपुर कर्चुलियान थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से की है।
चार आरोपी गिरफ्तार
कार्रवाई को लेकर पुलिस ने बताया कि मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई थी कि इलाके के ग्राम चोरगड़ी में नशीली कफ सिरप बेचने के साथ-साथ नकली कफ सीरप बनाने का काम किया जा रहा है। मिली सूचना के बाद थाना प्रभारी ने पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया, जिस पर एसपी ने एक टीम गठित कर संयुक्त कार्रवाई के निर्देश दिए। जिसके बाद पुलिस टीम ने ग्राम चोरगड़ी में दबिश देकर नकली कफ सीरप बेचने व बनाने के कारोबार का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मौके से कुल 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
आरोपी ने कबूला गुनाह
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों के ठिकाने से 58 शीशी एसकफ कंपनी की सीरप, 78 शीशी ऑनरेक्स कम्पनी की सीरप व एक प्लास्टिक के बॉटल में लगभग 2 लीटर महरून रंग का तरल पदार्थ व दूसरी प्लास्टिक की बोतल में 400 एमएल पीले रंग का तरल पदार्थ बरामद हुआ है। इसके साथ ही बड़ी संख्या में खाली शीशियां व ढक्कन बरामद किए गए हैं। पुलिस ने मौके से अतुल तिवारी, सूरज सिंह, भूप सिंह व शिवकुमार रावत को गिरफ्तार किया है। जिन्होंने पूछताछ में नकली कफ सीरप बनाकर बेचने की बात कबूल की है।