दिल्ली के मुंडका अग्निकांड हादसे की जांच के लिए दिल्ली पुलिस थ्री-डी मैपिंग तकनीकी का प्रयोग करेगी। इसके लिए जल्द ही टीम घटनास्थल का दौरा करेगी। जांच से जुड़े सूत्रों ने बताया कि थ्री-डी मैप के जरिए पूरी इमारत के अंदर के मानचित्र को रिक्रिएट किया जाएगा। इसकी सहायता से पुलिस को घटना के समय की परिस्थिति को समझने में सहायता मिलेगी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मनीष लाकड़ा से भी इमारत के बारे में पूछताछ की जा रही है। इसमें इमारत के मानचित्र, समझौते के कागज और किराए की रकम की जानकारी शामिल है। मनीष से इमारत के बारे में मिली जानकारियों को थ्री-डी मैप से बने मैप से मिलाया जाएगा। इसके लिए निजी कंपनी का सहारा लिया जाएगा।
बता दें कि, इस तकनीकी का इस्तेमाल होटल अर्पित अग्निकांड और अनाज मंडी हादसे में भी किया गया था। इसकी वजह से पुलिस को यह समझने में आसानी हुई कि आखिर किस कारण लोगों को हादसे के वक्त निकलने में बाधा पहुंची।
इमारत से 41 अवशेषों को जमा किया गया : एफएसएल की टीम ने हादसे की शिकार इमारत का दौरा किया। टीम करीब पांच घंटे तक रही और इस दौरान मलबे में से मानव अंगों के 41 अवशेषों को जमा किया। इन नमूनों को डीएनए जांच के लिए भेजा गया है। इन नमूनों का मिलान शवों के डीएनएन नमूनों से किया जाएगा।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि संजय गांधी अस्पताल में एक इंस्पेक्टर को तैनात किया गया है जिसका काम लापता लोगों के परिजनों के डीएनए सैम्पल को जांच के लिए जमा कराना है। एक महिला अपनी लापता बेटी को ढूंढ़ने सोमवार को अस्पताल आई तो उसके भी नमूने जमा किए गए।
क्राइम टीम ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया
सोमवार को इमारत की जांच के लिए क्राइम टीम मौके पर पहुंची। इससे पहले क्राइम टीम ने इमारत की बाहर से फोटो ली थी, लेकिन दोबारा हुए दौरे में इमारत की गहनता से जांच की गई और निष्कर्षों को दर्ज किया गया। मौके से डीवीआर को भी कब्जे में लिया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि क्राइम टीम की जांच के निष्कर्षों के आधार पर मनीष लाकड़ा से पूछताछ की जाएगी। इसके बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम ने पूरी इमारत का दौरा किया।