शेखपुरा के बरबीघा-सरमेरा मुख्य मार्ग पर नारायणपुर गांव के पास रविवार की दोपहर में हाइवा और ऑटो में जोरदार भिड़ंत हो गयी। हादसे में टेम्पो पर सवार एक ही परिवार की तीन बच्चियों की मौत हो गयी। जबकि, दो लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गये। जान गंवानी बच्चियों में दो बरबीघा प्रखंड के धरसेनी गांव तो एक अरियरी प्रखंड के कोइनापर की रहने वाली थीं। घटनास्थल पर हाइवा को छोड़कर चालक भाग निकला। गुस्साये लोगों ने वाहन में आग लगा दी। चार घंटे तक सड़क जाम रहा। बाद में पुलिस प्रशासन के समझाने पर लोग शांत हुए।
ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव निवासी चुनचुन महतो अपनी दो बेटियों और साले की बेटी को लेकर शादी समारोह में शामिल होने के लिए कोलकाता जा रहे थे। गांव से निकलने के बाद एक ऑटो पर सवार हो कर बरबीघा जा रहे थे। नारायणपुर के पास तेज रफ्तार हाइवा ने ऑटो को सामने से टक्कर मार दी। हादसे में चुनचुन महतो की बेटी रानी कुमारी(16 वर्ष) तथा उनके साले बाबूलाल महतो की बेटी सुप्रिया कुमारी (10 वर्ष) की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। जबकि, चुनचुन महतो, बेटी सुहानी कुमारी और ऑटो चालक राहुल झा गंभीर रूप से जख्मी हो गये। प्राथमिक उपचार के बाद तीनों को पावापुरी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। इलाज के दौरान सुहानी कुमारी की भी मौत हो गई। दोनों घायलों की स्थिति अब भी नाजुक बनी हुई है।
धू-धू कर जलता रहा हाईवा, देखती रही पुलिस
घटना के बाद आसपास के कई गांवों के लोग सड़क पर उतर आये। गाड़ियों की आवाजाही रोक दी। हाईवा को आग के हवाले कर दिया। जाम हटाने पुलिस पहुंची। लेकिन उग्र भीड़ के सामने पुलिस चाहकर भी कुछ नहीं कर सकी। धू-धूकर हाईवा जलता रहा और पुलिस देखती रही। इस दौरान पुलिस प्रशासन के खिलाफ भीड़ ने जमकर नारेबाजी की। चालक को गिरफ्तार करने और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग उठती रही।
नो एंट्री लागू करने पर अड़ी रही भीड़
सड़क जाम करने वाले लोग सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक बड़े वाहनों की नो एंट्री लागू करने की मांग पर अड़े रहे। उनका कहना था कि दिन में इस मार्ग पर बड़े वाहनों के परिचालन होने से अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इस पर रोक तभी लगेगी, जब नो एंट्री लागू की जाएगी। काफी मशक्कत के बाद लोग शांत हुए तो गाड़ियों की आवाजाही शुरू हुई। बरबीघा थाना प्रभारी असलम खान ने बताया कि शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए शेखपुरा सदर अस्पताल भेज दिया गया है। जबकि, घायल दो लोगों का इलाज पावापुरी में चल रहा है। फरार हाईवा चालक की पहचान की जा रही है।
शादी की खुशी मातम में बदली
चुनचुन महतो के रिश्तेदार की शादी कोलकाता में 20 मई को होने वाली थी। घर में खुशी का माहौल था। शादी समारोह में शामिल होने के लिए बच्चियां काफी उत्साहित थीं। हादसे के कारण शादी की खुशी मातम में बदल गयी। चुनचुन महतो को एक बेटा और दो बेटियां थीं। दोनों बेटियों की जान दुर्घटना में चली गयीं। परिजनों का रो-रोकर हाल बेहाल था।