कांग्रेस नवसंकल्प चिंतन शिविर के दूसरे दिन शनिवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिंदबरम ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर आर्थिक पॉलिसी को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार की आर्थिक पॉलिसी का नतीजा है कि गरीबी और बेरोजगारी बढ़ रही है। यह सरकार गरीब, किसान और युवाओं की विरोधी सरकार है। देश की इकोनॉमिक पॉलिसी को पूरी तरह से रिसेट करने की जरूरत है। चिंदबरम ने गेहूं के निर्यात पर रोक लगाने के सरकार के फैसले का भी विरोध किया है। उन्होंने यह माना है कि आर्थिक मसालों को देश की जनता के सामने ठीक ढंग से नहीं रख पाए हैं।
चिंतन शिविर में आर्थिक मसलों की कमेटी के कन्वीनर पी. चिदंबरम ने कहा कि जीएसटी को ठीक ढंग से लागू नहीं किया गया है। जीएसटी का कंपंसेशन पीरियड 30 जून को खत्म हो रहा है। सरकार को उसको तीन साल एक्सटेंड करने जा रही है। इस पर बहस होनी चाहिए। इसके बाद ही इस पर निर्णय किया जाना चाहिए कि यह लोगों के हित में रहेगा या नहीं? उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जीएसटी में राज्य का हिस्सा नहीं लौटा रहा है। इससे राज्य सरकारों का केंद्र सरकार से भरोसा उठ गया है। खासतौर पर गैर भाजपा सरकारों को और परेशान किया जा रहा है।
पेट्रोल-डीजल और गैस पर यह बोले चिदंबरम
चिदंबरम ने कहा कि महंगाई की वजह यूक्रेन व रूस के बीच युद्ध को बताया जा रहा है। इसमें हमारा मानना है कि युद्ध अचानक से चालू नहीं हुआ है। कई दिनों से दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति थी, तभी हमें महंगाई को नियंत्रण करने की तैयारी करनी थी जो नहीं की गई।
इसलिए गिर रहा रुपया’
चिदंबरम से जब सवाल पूछा गया कि आपकी सरकार के समय भी डॉलर के मुकाबले रुपया गिरा था और पीएम मोदी ने उसका विरोध किया था, इसके जवाब में चिदंबरम ने कहा कि उस वक्त रुपया इतना नहीं गिरा था जो हालत अब हो रहे हैं। उस वक्त भाजपा नेताओं ने गलत बयान दिए थे। इसमें उन्होंने सुषमा स्वराज का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि रुपये की गिरने की वजह दो ही हो सकती है, हमारे यहां प्रॉडक्शन कम हो रहा है और निर्यात घट रहा है।
आर्थिक मुद्दों पर कर रहे चिंतन: चिदंबरम
चिदंबरम ने कहा कि शिविर आर्थिक मसालों की कमेटी में किसी तरह का मेनिफेस्टो तैयार नहीं हो रहा है, लेकिन हम इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि देश के आर्थिक मुद्दे क्या हैं…लोगों को उनसे भटकाया जा रहा है। उन्होंने कहा 50 प्रतिशत महिलाओं में खून की कमी है। हजारों बच्चों की कुपोषण से मौत हो रही है। दस प्रतिशत लोग भूखमरी झेल रहे हैं। इन पर डिबेट नहीं हो रही है। डिबेट हो रही है लाउडस्पीकर पर, हलाल और झटका मीट पर। हम नफरत और ध्रुवीकरण की राजनीति का विरोध करते हैं।
ज्ञानवापी सर्वे पर यह कहा
काशी की ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर चिदंबरम ने कहा कि देश में पुरातत्व संरक्षण कानून बनाना है, उसके लिहाज से जो पुरा संपदा है, उसको छेड़ने या बदलने की जरूरत नहीं है। नरसिम्हा राव सरकार ने रामजन्मभूमि को छोड़कर इस बात को सुनिश्चित किया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के 2019 के मेनिफेस्टो में कहा था हम सरकार में आए तो केंद्र सरकार की 30 लाख खाली पदों को भरेंगे। आज 2022 चल रहा है, केंद्र में मोदी सरकार ने इन पदों को भरा नहीं है बल्कि और पद खाली हो गए हैं।