भीषण गर्मी से बिजली संकट बढ़ गया है। शहर की 15 से ज्यादा कॉलोनियों में शुक्रवार को चार से आठ घंटे की बिजली कटौती हुई। इससे हजारों परिवार के सवा लाख से ज्यादा लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
नो ट्रिपिंग जोन में होने के बावजूद शहर में रोज तीन से चार घंटे की बिजली कटौती हो रही है। शुक्रवार को प्रताप विहार सबस्टेशन पर ओवरलोड होने से विजयनगर, सिद्धार्थ विहार समेत कई इलाकों की लाइन में फॉल्ट हो गया। इससे दिनभर में करीब साढ़े चार घंटे की बिजली कटौती हुई। वहीं, पटेलनगर सब स्टेशन के सिब्बनपुरा, घूकना मोड़ का फीडर फूंक गया, जिससे करीब पांच घंटे की बिजली कटौती हुई। वहीं, लालकुआं सब स्टेशन के इलाकों में भी ओवरलोड होने से लाइन में फॉल्ट हो गया। इससे पंचवटी, राकेश मार्ग, गांधीनगर के लोगों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ा।
इसके अलावा गोविंदपुरम, नंदग्राम, सैन विहार, शास्त्रत्त्ीनगर, शांतिनगर, राहुल विहार ओमविहार और संजयनगर समेत 15 से ज्यादा कॉलोनियों के लोगों को तीन से चार घंटे की बिजली कटौती की परेशानी झेलनी पड़ी। कूलर, पंखे और एसी नहीं चलने से लोगों के पसीने छूट गए। जबकि नो ट्रिपिंग जोन में 24 घंटे बिजली आपूर्ति होनी चाहिए। वहीं, डासना, मसूरी आदि देहात और ग्रामीण क्षेत्र के इलाकों में आठ घंटे तक की बिजली कटौती हो रही है। विद्युत निगम के अधिकारियों का दावा है कि जिन क्षेत्रों में लोड बढ़ रहा है वहां कम करने का कार्य किया जा रहा है।
इस माह 20 फीसदी तक बढ़ गई मांग : अप्रैल के मुकाबले इस माह 20 फीसदी तक की मांग बढ़ गई है। गत माह प्रतिदिन एक हजार मेगावाट बिजली खर्च हो रही थी, वहीं, इस माह 1200 मेगावाट बिजली खर्च हो रही है। विद्युत निगम के अधिकारियों का दावा है कि मांग के अनुसार आपूर्ति की जा रही है। वहीं, ओवरलोड होने से ट्रांसफार्मर फूंकने की समस्या भी बढ़ी है। पिछले एक माह में 135 ट्रांसफार्मर फूंक गए हैं। यानी रोजाना चार से पांच ट्रांसफार्मर फूंक रहे हैं।