श्रीलंका में आर्थिक मंदी के बाद अब माहौल बेहद खतरनाक हो गया है। प्रदर्शनकारी और राष्ट्रपति के समर्थक दोनों ही हिंसा पर उतर आए। वहीं श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने भी इस्तीफा दे दिया है और अब परिवार सहित त्रिंकोमाली के नेवल बेस में शरण ली है। पूरे देश में प्रदर्शन हो रहे हैं। बता दें कि एक दिन पहले पूर्व प्रधानमंत्री के पैतृक गांव में भी आग लगा दी गई।
यह नेवल बेस कोलंबो से करीब 270 किमी की दूरी पर एक द्वीप पर स्थित है। जानकारी यह भी है कि नेवल बेस के बाहर भी लोगों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। श्रीलंका के शहरों में प्रदर्शनों और हिंसा पर रोक लगाने के लिए हजारों पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं और कर्फ्यू लगा दिया गया है।
कल प्रदर्शन के दौरान 200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। महिंदा राजपक्षे ने इस्तीफा भी दे दिया लेकिन लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। कोलंबो में पूर्व प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास को प्रदर्शनकारियों ने घेर लिया। इसके बाद उनकी रक्षा करने के लिए सेना को उतरना पड़ा। पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले छोड़े।
लोगों में यह गुस्सा अचानक नहीं भड़का है। कई महीनों से श्रीलंका में लोग खाद्यान्न, बिजली, पानी और ईंधन की समस्या का सामना कर रहे हैं। लोगों को जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। हालांकि राष्ट्रपति ने अब तक इस्तीफा नहीं दिया है।