समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव सोमवार को चंदौली पहुंचे। यहां पुलिस दबिश के दौरान मरी निशा यादव के घर पहुंचकर परिवार से मुलाकात की और योगी सरकार पर निशाना साधा। अखिलेश ने सरकार से पूछा कि चंदौली और ललितपुर के आरोपी पुलिस वालों के यहां बुलडोजर कब चलेगा।
मनराजपुर में निशा यादव के परिजनों से मुलाकात करने के बाद मीडिया से बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि बेटी निशा की मौत के प्रकरण की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में हो। पुलिस और सरकार की जांच पर भरोसा नही है।सरकार रिपोर्ट बदलवाने के साथ ही कुछ भी कर सकती है।
अखिलेश यादव ने कहा कि हाथरस कांड इसका बड़ा उदाहरण है। वहां भी पुलिस मामले को दबाने के लिए पीड़ित परिवार पर दबाव देकर बेटी का अंतिम संस्कार करवाया था। अखिलेश ने कहा कि मनराजपुर में पीड़ित परिवार पर खतरा है। सरकार परिवार की सुरक्षा मुहैया कराए।
अखिलेश ने कहा कि जो जानकारी मिली है कि सैयदराजा थाने से अवैध बालू कारोबार, पशु तस्करी और शराब तस्करी होती है। सरकार भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश की बात करती है तो इस पर अंकुश क्यों नही लगा पा रही है। कहा कि सरकार ने पुलिस को स्टेट का अधिकार दे दिया है। सरकार को न्यायालय पर भरोसा करना चाहिये।
उन्होंने सवाल उठाया कि पुलिस को किसने अधिकार दे दिया कि घर मे घुसकर मारपीट करेगी। बेटी निशा की जान पुलिस की दबिश की वजह से गई है। कहा कि सबसे अधिक कस्टोडियल मौत, फर्जी एनकाउंटर भाजपा की सरकार में हुआ है। महिलाओ के उत्पीड़न के मामले में सबसे अधिक नोटिस भाजपा की सरकार में मिली है। उन्होंने कहा कि भाजपा सुनियोजित तरीके से फंडिंग कर मस्जिद मुद्दे को उछलकर जनता का ध्यान विकास, सुरक्षा से हटाना चाहती है।