गाजियाबाद नगर कोतवाली के बजरिया स्थित आर्यदीप होटल में 4 मई की रात को हुई महिला की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने हत्या के आरोपी के साथ-साथ होटल मालिक, मैनेजर और सफाई कर्मी को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि संग संबंध बनाने में नाकाम रहने पर आरोपी व्यक्ति आत्मग्लानि में महिला की हत्या कर फरार हो गया था। वहीं, होटल प्रबंधन ने घटना और आरोपी से साक्ष्य छिपाकर 24 घंटे तक पुलिस को गुमराह किया।
मूलरूप से अलीगढ़ निवासी प्रियंका (48) करीब चार साल से पति से अलग गाजियाबाद के लालकुआं इलाके में रह रही थी। 4 मई की रात करीब साढ़े 11 बजे वह एक व्यक्ति के साथ बजरिया स्थित आर्यदीप होटल में पहुंची। ढाई बजे महिला के साथ आया व्यक्ति होटल से फरार हो गया। पुलिस के मुताबिक, 5 मई को होटल के मैनेजर विजय यादव ने महिला का शव मिलने की सूचना पुलिस को दी। होटल के रजिस्टर चेक करने पर प्रियंका के साथ आए व्यक्ति का नाम सतीश लिखा था, लेकिन वह तस्दीक नहीं हो पा रहा था। पुलिस ने मृतका के पति की तहरीर पर हत्या का केस दर्ज कर हत्यारोपी की तलाश शुरू कर दी थी।
एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने शनिवार को बताया कि घटना का खुलासा करते हुए हत्यारोपी नौशाद खान पठान उर्फ अच्छे निवासी नूरनगर सिहानी को गिरफ्तार किया गया है। मूलरूप से जिला हमीरपुर के गांव गुसियारी निवासी नौशाद रंगाई-पुताई का काम करता है।
एसपी सिटी के मुताबिक, पूछताछ में नौशाद ने बताया कि वह चार मई को काम के सिलसिले में रेलवे स्टेशन पर गया था। वहां उसकी मुलाकात मुलाकात प्रियंका से हुई। कुछ देर बात करने के बाद दोनों में दोस्ती हो गई, जिसके बाद वह देर रात होटल आर्यदीप पहुंच गए। नौशाद का कहना है कि वह संबंध बनाने में नाकाम हो गया था, जिसको लेकर प्रियंका उससे झगड़ा करने लगी थी। इसी आत्मग्लानि में उसने गला दबाकर प्रियंका की हत्या कर दी और उसके दोनों मोबाइल लेकर फरार हो गया था।
होटल मालिक और स्टाफ ने छिपाई घटना
होटल से जाते वक्त नौशाद ने घटना की सूचना होटल मालिक रविन्द्र यादव, मैनेजर विजय यादव और नौकर अच्छे लाल को दे दी थी। इसके बावजूद पुलिस को इस घटना की जानकारी अगले दिन दी गई। मैनेजर ने नौशाद की आईडी नहीं ली और रजिस्टर में उसका नाम सतीश दर्ज किया। उसका मोबाइल नंबर भी गलत लिखा। होटल के रजिस्टर में कई जगह कटिंग और साक्ष्य मिटाने की कोशिश की गई।