इंदौर के स्वर्ण बाग कॉलोनी में हुए भीषण अग्निकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इमारत में आग शॉर्ट सर्किट से नहीं लगी थी, बल्कि साजिश के तहत लगाई गई थी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने संजय उर्फ शुभम दीक्षित नाम के युवक की शिनाख्त की है। इसी व्यक्ति ने इमारत के नीचे बेसमेंट में खड़ी स्कूटी में आग लगाई थी और इस आग ने भीषण रूप लेते हुए पूरी इमारत को अपनी जद में ले लिया था।
प्रेम प्रसंग की वजह से लगाई आग
झांसी का रहने वाला संजय छोटी-मोटी नौकरी करता था। वह इसी मकान में रहता था। उसका पास के कमरे में रहने वाली युवती के साथ प्रेम संबंध था। लेकिन छह महीने पहले संजय ने मकान को छोड़ दिया था। हालांकि उसका अक्सर इस मकान में आना जाना था। बताया जाता है कि वारदात वाली रात में भी दोनों के बीच विवाद हुआ था, क्योंकि युवती की शादी कहीं और होने वाली थी। इस बात से गुस्साए संजय ने इमारत के नीचे खड़ी युवती की स्कूटी में आग लगा दी और मौके से फरार हो गया। लेकिन आग ने विकराल रूप ले लिया और सात लोगों की जान चली गई।
सीसीटीवी के आधार पर शिनाख्त आरोपी फरार
आगजनी की इस घटना में युवती भी झुलसी है। जिसके बयान भी पुलिस ने लिए है। फिलहाल, आरोपी युवक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। जिसके तलाश में पुलिस जुटी हुई है। अग्निकांड के खुलासे पर इंदौर पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने बताया कि पुलिस टीम युवक की तलाश में जुटी हुई है। आरोपी युवक झांसी का रहने वाला है। पुलिस जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लेगी।