बागपत जिले के बड़ौत के भड़ल में वर्षों से चल रही चर्म शोधन इकाई को एनजीटी के आदेश पर हटवाने राजस्व विभाग की टीम सहित पुलिस बल गांव में पहुंचा। जैसे ही कार्य शुरू किया तो तो ईकाई संचालकों ने इसका विरोध करते हुए पुलिस-प्रशासनिक टीम पर पथराव शुरू कर दिया। जिसमें कई पुलिस कर्मी चोटिल भी हो गए। जेसीबी मशीन के शोशे भी तोड़े दिए। विरोध के बाद टीम को पीछे हटना पड़ा। सूचना पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और ईकायों का ध्वस्तीकरण कार्य तेजी से किया गया। पुलिस ने छह से अधिक लोगों को हिरासत में लिया।
भड़ल गांव में तकरीबन 85 ईकाइयों में चर्म शोधन का काम चल रहा था। उन्हें बंद कराने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता जितेन्द्र राणा ने एनजीटी में शिकायत की थी। एनजीटी के आदेश पर शनिवार को एसडीएम पूजा चौधरी, सीओ युवराज सिंह व प्रदूषण बोर्ड नियंत्रण मेरठ के अवर अभियांता सतेन्द्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में राजस्व व प्रदूषण बोर्ड की टीम के साथ भारी पुलिस बल भड़ल गांव में चर्म शोधन ईकाइयों को हटवाने पहुंचे, जहां पर जेसीबी से ईकाइयों को ध्वस्त करने का काम शुरू किया तो लोगों ने इसका विरोध कर दिया।
विरोध करने पर पुलिस ने बल प्रयोग किया। इस पर लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। लोगों ने पुलिस व प्रशासन की टीम पर पथराव कर दिया, जिसमें कई पुलिस कर्मी चोटिल हो गए। लोगों का आक्रोश देखकर टीम को पीछे हटना पड़ा। सूचना पर कई थानों की फोर्स व पीएसी मौके पर पहुंची। भारी पुलिस बल के साथ दोबारा से चर्म शोधन ईकायों के ध्वस्तीकरण कार्य शुरू हुआ।
बड़ौत एसडीएम पूजा चौधरी ने बताया, एनटीजी के आदेश पर भड़ल गांव में चर्म शोध ईकाइयों को ध्वस्त कराने का कार्य किया गया। कार्य में बाधा डालने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।