सहरसा के जेल अधीक्षक सुरेश चौधरी के ब्रह्मपुरा स्थित कृष्णा टोली रोड नंबर पांच में एसवीयू की टीम ने शुक्रवार को छापेमारी की। उनके ऊपर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। इसको लेकर एसवीयू की टीम कार्रवाई कर रही है। हालांकि जेल अधीक्षक घर पर नहीं थे। सुरेश चौधरी के घर में दाखिल होने में टीम को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। घर में मौजूद महिला ने जेल अधीक्षक के आने के बाद ही अंदर आने देने की बात कही।
करीब 10 मिनट तक टीम में शामिल पदाधिकारी और कर्मियों को गेट पर ही इंतजार करना पड़ा। इसके बाद टीम के अधिकारियों और पुलिसकर्मियों ने कहा कि ऊपर से आदेश है, अगर आप गेट नहीं खोलेंगीं तो कार्रवाई करनी पड़ेगी। इसके बाद घर के सदस्यों ने गेट खोल दिया। टीम घर के अंदर अंदर दाखिल हुई। बारी-बारी से सभी कमरों की तलाशी ली गई। टीम ने गोदरेज, लैपटॉप आदि को भी खंगाला।
लैपटॉप में लगे पासवर्ड को खुलवाया गया। घर से टीम को रुपए, जेवरात, कुछ कागजात मिले है। टीम सभी का आकलन कर रही है। टीम ने घर में मौजूद उनके परिजनों से पूछताछ की। इसके अलावा उनके फ्लैट में रहने वाले किरायेदारों से भी टीम ने जानकारी जुटाई। घर के बाहर ब्रह्मपुरा और पुलिस लाइन से पुलिसकर्मी मौजूद थे।दोपहर साढ़े 12 बजे तक टीम की कार्रवाई जारी थी।
इसके अलावा पटना के बिहटा के तत्कालीन थानेदार अवधेश कुमार झा के ठिकानों पर इओयू ने छापा मारा है। बालू के अवैध खनन में उनकी संलिप्तता पाई गई थी। थानेदार के पटना के कुर्जी बालू और मुजफ्फरपुर के सकरा इलाके में स्थित पैतृक घर की तलाशी ली जा रही है।