अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए और दावा किया कि वह उन देशों में से एक है जो महामारी के कारण हुई मौतों की वास्तविक संख्या का खुलासा नहीं करते हैं।
राष्ट्रपति ट्रंप और उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन के बीच मंगलवार रात राष्ट्रपति चुनाव की पहली आधिकारिक बहस (प्रेसिडेंशियल डिबेट) हुई। ट्रंप ने इसी बहस में यह टिप्पणी की। बाइडेन ने कोरोना वायरस संकट से निपटने को लेकर ट्रंप पर हमला बोला और कहा कि राष्ट्रपति ने कोविड-19 महामारी को लेकर अमेरिकियों से झूठ बोला। इस महामारी के कारण अमेरिका में 70 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 2 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है।
मौजूदा संकट से निपटने के अपने तरीके का बचाव करते हुए ट्रंप ने कहा कि अगर उन्होंने कार्रवाई नहीं की होती तो कई लाख अमेरिकियों की जान जा सकती थी। ट्रंप ने कहा, ”जब आप संख्याओं के बारे में बात करते हैं, तो आप नहीं जानते कि चीन में कितने लोगों की मौत हुई। आपको नहीं मालूम कि रूस में कितने लोग मरे। आप नहीं जानते कि भारत में कितने लोगों की मृत्यु हुई। वे आपको वास्तविक संख्या नहीं बताते। बस आप इतना ही समझिए।
ट्रंप कोरोना वायरस को लेकर बार-बार चीन को दोषी ठहराते रहे हैं, जहां पिछले साल दिसंबर में कोविड-19 का मामला पहली बार सामने आया और बाद में दुनिया भर में फैल गया। इससे दस लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है और तीन करोड़ लोग संक्रमित हुए हैं।
बाइडेन ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने को लेकर ट्रंप पर हमला बोलते हुए कहा कि राष्ट्रपति के पास घातक बीमारी से लड़ने के लिए “कोई योजना नहीं है” और उन्होंने अमेरिकियों से झूठ बोला।