यूक्रेन युद्ध को लेकर यूरोपीय यूनियन रूस को अलग-थलग करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है। ईयू की चीफ एग्जिक्यूटिव ने बुधवार को कहा कि रूस के तेल पर भी अब चरणबद्ध तरीके से प्रतिबंध लगाया जाएगा। बता दें कि यूरोपीय यूनियन ने रूस के शीर्ष बैंकों और यूरोपीयन एयरवेव्स के जरिए रूसी ब्रॉडकास्टर्स पर पहले ही प्रतिबंध लगा दिया है।
अगर यूरोपीय यूनियन में शामिल देश इस बात प र सहमत हो जाते हैं तो तेल के लिए रूस पर निर्भर देशों को अलग विकल्प तलाशने होंगे। बता दें कि रूस ने यूक्रेन पर 24 फरवरी को हमला किया था। इसके बाद से यूक्रेन में रूसी सैनिकों की क्रूरता की तस्वीरें भी सामने आती रही हैं। रूस के इस हमले को लेकर पश्चिमी देश बेहद नाराज हैं और अमेरिका समेत ईयू ने कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं।
यूरोपीय यूनियन की अध्यक्ष उर्सुला वोन डेर लेयेन ने कहा, आज हम रूस के तेल पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव लाएंगे। हम रूस पर पूरी तरह से आयात प्रतिबंध लगाना चाहते हैं। उन्होने कहा कि चरणबद्ध तरीके से प्रतिबंध लगाया जाएगा। 6 महीने के अंदर कच्चे तेल के आयात पर रोक लगा दी जाएगी और फिर 2022 के अंत तक रिफाइन्ड प्रोडक्ट भी नहीं आयात किए जाएंगे।
बता दें कि इस साल की शुरुआत से ब्रेंट क्रूड की कीमत में 37.5 फीसदी का उछाल देखा गया है। उन्होंने कहा, हम जानते हैं कि बहुत सारे देश तेल आयात के मामले में रूस पर ही निर्भर हैं। ऐसे में यह प्रतिबंध लगाना आसान नहीं होगा लेकिन फिर भी हमें यह करना है तो कुछ विकल्प तलाशने होंगे। पुतिन को अपने इस आक्रोश की कीमत चुकानी होगी।